नई दिल्ली : गृहराज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि वैश्विक समुदाय के लिए एकजुट होकर आतंकवाद के विरुद्ध एक संयुक्त मोर्चा तैयार करने की जरूरत है. उन्होंने आगे कहा कि विश्व के सभी देश आर्थिक एवं सामाजिक नुकसान को झेलते हुए इस त्रासदी का सामना कर रहे हैं.
गृहराज्य मंत्री रेड्डी ने हरियाणा के मानेसर में एनएसजी द्वारा 'आतंकवाद की उभरती रूपरेखा तथा आईईडी के खतरे की समझ' विषय पर आयोजित 20वें अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन किया.
रेड्डी ने सलाह दी कि हमें अगली पीढ़ी के युद्ध के लिए नई प्रौद्योगिकी तथा उन्नत हथियारों से सुसज्जित होने की जरूरत है, क्योंकि आतंकवादी संगठन भी बदलते परिदृश्य में खुद को कायम रखने के लिए प्रयत्नशील हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे अराजक तत्वों द्वारा उत्पन्न 'विषम चुनौतियों' पर ध्यान देना हमारे लिए जरूरी है.
सेमिनार को संबोधित करते हुए रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम नेतृत्व में भारत ने 'आतंकवाद बर्दाश्त नहीं' की नीति के प्रति संकल्प तथा प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है. इस सकारात्मक नीति से वास्तव में देशभर में वामपंथी उग्रवाद में कमी हुई तथा कई आतंकवादी संगठन नष्ट हो गए.
गृह राज्य मंत्री ने कहा कि इन दिनों सुरक्षाबलों के लिए आईईडी की पहचान तथा रोकथाम की उन्नत प्रणाली विकसित करना महत्वपूर्ण बन गया है. ऐसे हमलों को रोकने में हमारे लिए रणनीति तथा क्षमता के विकास की जरूरत है.