बेंगलुरु :हर कोई जानता है कि कोविड-19 के दौरान लाखों लोगों ने अपनी नौकरी खो दी है. इसे देखते हुए कर्नाटक सरकार 16 सितंबर से कई जगहों पर ऋण मेला आयोजित करने के लिए आगे आई है, ताकि उन लोगों की मदद हो सके जिन्होंने अपनी नौकरी खो दी है.
ऋण मेले की खास बात ये है कि सरकार ने तीन लाख की राशि तक शून्य ब्याज दरों पर ऋण देने का फैसला किया है. 3 लाख से ऊपर दस लाख तक की राशि पर 3 प्रतिशत का ब्याज लगेगा.
आरबीआई से स्टार्टअप को एक आसान ऋण प्रणाली मिल रही है. मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के ऋण मेला शुरू करने की संभावना है. सूत्रों के अनुसार सहकारिता मंत्री एस. टी. सोमशेखर इसकी जानकारी देंगे.
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कोरोना संक्रमण के कारण मार्च के अंत में लॉकडाउन की घोषणा के बाद से सड़क किनारे सामान बेचने वाले, श्रमिक, बुनकर, महिला सहायता समूह, होटल, खेत मजदूर और रेशम उत्पादकों, बागवानी उत्पादकों और कई अन्य व्यापारियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस प्रकार सरकार उनकी सहायता की कोशिश कर रही है. सहकारी बैंकों के माध्यम से ऋण देने की योजना को आगे बढ़ाया गया है.
ऋण मेला बेंगलुरु, मैसूर, बेलगाम और कलबुर्गी में आयोजित किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि विभिन्न सहकारी बैंकों को ऋण जारी करेंगे.
पूर्व में, एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में स्ट्रीट वेंडर्स के लिए इसी तरह की योजना शुरू की गई थी. उस परियोजना में भी शून्य ब्याज दर के साथ ऋण दिया गया था.