रायपुर : देवती कर्मा और ओजस्वी मंडावी, ये वो दो चेहरे हैं जिनपर कांग्रेस और भाजपा ने दंतेवाड़ा में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए दांव खेला है. क्या समानता है इन दोनों महिलाओं में इसके सिवा कि ये दोनों ही इस उपचुनाव के लिए अलग-अलग दलों की उम्मीदवार हैं. हम बताते हैं कि इन दोनों महिलाओं में इसके अलावा क्या समानता है.
देवती और ओजस्वी दोनों ने अपने-अपने पति नक्सली हमले में खोए हैं. इन दोनों को नक्सलियों ने खून के आंसू रुलाए हैं. साल 2013 जगह झीरम घाटी और छत्तीसगढ़ का कभी न भुलाया जाने वाला बड़ा नक्सली हमला. इस हमले में बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा शहीद हो गए.
महेंद्र कर्मा नक्सलियों की हिट लिस्ट में थे. परिवर्तन यात्रा जब झीरम से होकर गुजर रही थी , तभी नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया. हथियारबंद नक्सलियों के जाल में कांग्रेस का पूरा नेतृत्व फंस गया. कांग्रेस ने अपने कई दिग्गज नेता इस हमले में खोए थे. विद्याचरण शुक्ल, नंदकुमार पटेल, उदय मुदलियार और इन्हीं में शामिल थे महेंद्र कर्मा, जिनकी मौत का जश्न नक्सलियों ने मनाया था. देवती कर्मा बस्तर टाइगर की पत्नी हैं और उनके स्वर्गवासी होने के बाद से दंतेवाड़ा सीट से चुनाव लड़ रही हैं.