नई दिल्ली :पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में भीड़ द्वारा एक हिंदू मंदिर में की गई तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने रातभर की गई छापेमारी के दौरान 10 और लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है.
इस बीच मंदिर में तोड़फोड़ किए जाने पर भारत ने पाकिस्तान के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि भारत ने यह उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान इस घटना की जांच कराएगा. साथ ही, जांच रिपोर्ट भारत के साथ साझा करने को भी कहा गया है.
इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ और थिंक टैंक के सलाहकार डॉ. सुवरो कमल दत्ता ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि खैबर में हुई घटना कुछ और नहीं, बल्कि एक बेशर्म, बर्बरता और गुंडागर्दी है, जो पाकिस्तानी द्वारा की जा रही है.
यह जिहादी तालिबान तत्वों और आतंकवादी संगठनों द्वारा शुरू की गई हिंसा थी. पाकिस्तान के राजनीतिक स्पेक्ट्रम को आज जिहादी तालिबानी तत्वों द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि इमरान खान कुछ भी नहीं है, केवल उपद्रवियों और उग्रवादी ताकतों के हाथों की कठपुतली हैं. पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और संप्रदायिक राजनीति करने वाले नेताओं का उग्रवादी संगठन इस तरह की निंदनीय गतिविधियों में शामिल है.