नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव न कराए जाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने केंद्र पर निशाना साधा. फारूक अब्दुल्ला ने सवाल किया कि जब पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण हो गए, तो विधानसभा चुनाव क्यों नहीं हो सकते. वहीं मायावती ने कहा कि ये मोदी की कश्मीर नीति की विफलता की निशानी है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सभी दल जम्मू-कश्मीर में एक साथ (लोकसभा और विधानसभा) चुनाव कराने के पक्ष में हैं. लेकिन इसके बाद भी विधानसभा चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि लोकसभा चुनाव के लिए माहौल अनुकूल है, तो फिर जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए माहौल सही क्यों नहीं है?
विधानसभा चुनाव क्यों नहीं कराए जा सकते?
फारूक ने कहा कि स्थानीय चुनाव शांतिपूर्वक हुआ, यहां पर्याप्त बल मौजूद है, फिर क्यों विधानसभा चुनाव नहीं कराए जा सकते? उन्होंने एयर स्ट्राइक पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि हमें हमेशा से मालूम था कि पाकिस्तान के साथ लड़ाई या झड़प हो सकती है.