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जयपाल रेड्डी : इमरजेंसी में इंदिरा गांधी के खिलाफ आंदोलन, छोड़ दी थी कांग्रेस

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एस.जयपाल रेड्डी का 77 साल की उम्र में हैदराबाद में निधन हो गया. कांग्रेस से चार बार विधायक बनने के बाद एक समय ऐसा आया जब रेड्डी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ आंदोलन भी किया. हालांकि बाद में वे कांग्रेस से दोबारा जुड़े और केंद्रीय मंत्री भी बने. जानें कौन थे एस. जयपाल रेड्डी...

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Published : Jul 28, 2019, 9:56 AM IST

Updated : Jul 28, 2019, 1:25 PM IST

जयपाल रेड्डी.

हैदराबाद: यूपीए के कार्यकाल के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता एस.जयपाल रेड्डी का हैदराबाद में निधन हो गया. वह बीते कई दिनों से बीमार थे. बताया जाता है कि शनिवार देर रात को 77 वर्षीय रेड्डी की तबीयत कुछ ज्‍यादा ही खराब हो गई जिसके बाद उन्‍हें एआइजी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. वे बुखार और निमोनिया रोग से पीड़ित थे.

जयपाल रेड्डी का जन्म 16 जनवरी 1942 को तेलंगाना के महबूबनगर में हुआ था. रेड्डी ने उस्मानिया यूनिवर्सिटी के छात्र होने के दौरान से ही अपना राजनीतिक जीवन शुरू कर दिया. रेड्डी एक कृषि विशेषज्ञ थे. उनका विवाह 7 मई 1960 को हुआ था. उनके परिवार में पत्नी लक्ष्मी दो बेटे और एक बेटी हैं.

रैली के दौरान जयपाल रेड्डी

चार बार विधायक
रेड्डी ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत 1969 में अविभाजित आंध्र प्रदेश के कलवाकूर्ति से कांग्रेस के विधायक के रूप में की थी. रेड्डी इस सीट से चार बार 1969 से 1984 तक विधायक रहे.

चुनाव जीतने के बाद जयपाल रेड्डी

इंदिरा का विरोध
जब इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लागू की थी तो जयपाल रेड्डी ने 1977 में कांग्रेस पार्टी छोड़कर जनता पार्टी का रुख कर लिया था. उन्होंने इंदिरा गांधी के खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा था.
जयपाल रेड्डी ने 1980 में इसी संसदीय क्षेत्र से इंदिरा गांधी के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उन्हें हार मिली थी. 1980 के आम चुनावों में यहां से इंदिरा गांधी सांसद रह चुकी हैं. रेड्डी 1985 से 1988 तक जनता पार्टी के महासचिव भी रहे.

एक कार्यक्रम के दौरान जयपाल रेड्डी

पांच बार सांसद

  • रेड्डी 1984 और 1998 में टीडीपी के समर्थन से सांसद बने.
  • 1999 में उनकी 21 साल बाद कांग्रेस में वापसी हुई और वे सांसद बने.
  • इसके बाद 2004 में वे कांग्रेस के ही टिकट से मिर्यलागुदा से सांसद बने.
  • साल 2009 में रेड्डी चेवेल्ला निर्वाचन क्षेत्र से 15वीं लोकसभा के लिए फिर से चुने गए.
    राहुल गांधी और जयपाल रेड्डी

दो बार राज्यसभा सदस्य

  • रेड्डी 1990 से 1996 तक पहली बार राज्यसभा सदस्य चुने गए.
  • वे 1997 से 1998 तक भी राज्यसभा के सांसद रहे.
  • रेड्डी जून 1991 से जून 1992 तक राज्यसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका में रहे.

रेड्डी चार बार विधायक, चार बार लोकसभा सांसद और दो बार राज्यसभा सांसद रहे.

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केंद्रीय मंत्री
रेड्डी ने साल 1998 में आईके गुजराल कैबिनेट में सूचना और प्रसारण के लिए केंद्रीय मंत्री के रूप में भी कार्य किया.

कांग्रेस में वापसी और फिर बने मंत्री
साल 1999 में वह 21 साल बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में लौट आए. उन्होंने यूपीए-1 में शहरी विकास मंत्री के रूप में कार्य किया. उन्होंने यूपीए-2 में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री और केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री के रूप में कार्य किया. वह 29 अक्टूबर 2012 से 18 मई 2014 तक पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री भी रहे.

एक कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ जयपाल रेड्डी

कांग्रेस ने किया ट्वीट
कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री जयपाल रेड्डी के निधन की खबर सुनकर हम दुखी हैं.

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उन्होंने 5 बार लोकसभा सांसद, 2 बार राज्यसभा सांसद और 4 बार विधायक के रूप में कार्य किया. हमें उम्मीद है कि उनके परिवार और दोस्तों को उनके दुःख के समय में ताकत मिलेगी.

Last Updated : Jul 28, 2019, 1:25 PM IST

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