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जानें, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चीन ने कैसे पाया काबू

चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस आज विश्व के लगभग सभी देशों में अपनी जड़ें जमा चुका है. हर देश में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है, जबकि चीन में कोरोना का प्रभाव काफी कम होता दिख रहा है. अब सवाल यह कि आखिर कोरोना का केंद्र बने चीन ने इस जानलेवा वायरस पर काबू पाया कैसे ? यह बात सभी के जहन में घूम रही है. साथ ही सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर तरह तरह के दावे भी किए जा रहे हैं. इन्हीं सब बातों के सवाल जानने के लिए पढ़ें विस्तारपूर्वक...

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Published : Apr 9, 2020, 2:21 PM IST

Updated : Apr 9, 2020, 4:11 PM IST

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आखिर चीन ने कोरोना से कैसे पाया काबू

हैदराबाद : कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को कम करने और इसपर काबू पाने के चीन के प्रयासों को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि कोरोना से निबटने के लिए चीनी अधिकारियों ने कुछ बेहद ही सरल कदम उठाए..

कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने के लिए चीन द्वारा उठाए गए कदमों का सिलसिलेवार ब्योरा...

➔ देश के बाकी हिस्सों से कटा वुहान
कोरोना वायरस के उपकेंद्र रहे वुहान को 23 जनवरी 2020 को देश के बाकी हिस्सों से काट दिया गया था. इसी दिन सुबह दो बजे, अधिकारियों ने वुहान के निवासियों को एक सूचना जारी की कि सुबह 10 बजे से बसों, रेलवे, उड़ानों सहित सभी सार्वजनिक परिवहन, और नौका सेवाओं को निलंबित कर दिया जाएगा. इस दौरान वुहान के निवासियों को अधिकारियों की अनुमति के बिना शहर छोड़ने की अनुमति नहीं थी.

देश के बाकी हिस्सों से कटा वुहान

➔ सेनिटाइजर का छिड़काव
शहर में किसी भी सतह के वायरस से प्रभावित होने की संभावना को खत्म करने के लिए सड़कों, सुरंगों और दूसरी सार्वजनिक जगहों की अच्छी तरह से सफाई कराई गई.

यहां तक कि पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने संक्रमित नकदी तक को नष्ट कर दिया. इसके साथ चीन के बाकी शहरों में कीटाणुशोधन सुरंगों की स्थापना की गई, जो एक स्प्रे की तरह ही छिड़काव करती है. इससे 99% तक वायरस नष्ट हो जाते हैं.

➔ हेल्थ कोड
जनता की भलाई के लिए अपने परिष्कृत और व्यापक निगरानी नेटवर्क का उपयोग करते हुए, चीनी सरकार ने एक कलर कोडेड हेल्थ रेटिंग सिस्टम बनाने के लिए तकनीकी दिग्गज अलीबाबा और टेंसेंट (Tencent) के साथ हाथ मिलाया, जो रोजाना लाखों लोगों को ट्रैक करता है.

हेल्थ कोड का इस्तेमाल (सौ. सोशल मीडिया)

➔ दूरदराज के इलाकों में अस्थाई अस्पतालों का निर्माण
चीन ने मात्र 10 दिनों में 7000 बढ़ई, प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन और अन्य विशेषज्ञों की मदद से हुओशेंसन में एक आपातकालीन अस्पताल बनाया.

चीन के अस्थाई अस्पताल

645,000 वर्ग फुट की चिकित्सा सुविधा में 100 बिस्तर और कई आइसोलेशन वॉर्डों के साथ-साथ इसके उद्घाटन के दौरान 30 गहन देखभाल इकाइयां (इंटेंसिव केयर यूनिट) थीं.

➔राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों को किया बंद
जैसे ही शहरों को लॉकडाउन किया गया, राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों को बंद करना शुरू कर दिया गया. इससे कोरोना वायरस के फैलने की संभावना पहले से काफी कम हो गई.

23 जनवरी को स्थानीय मीडिया ने बताया कि वुहान के आसपास राजमार्ग टोल बूथ बंद किए जा रहे थे. इसके साथ ही गश्त के लिए गार्ड्स भी तैनात किए गए.

➔ड्रोन का इस्तेमाल
कुछ गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन, चिकित्सा उपकरण और रोगियों को लेकर काफी कारगर साबित हुए हैं. समय की बचत करने, डिलीवरी की गति को बढ़ाने और नमूनों के दूषित होने के जोखिम को रोकने में ड्रोन की अहम भूमिका रही.

ड्रोन ने क्यूआर कोड प्लेकार्डस के साथ उड़ान भरी, जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दर्ज करने के लिए स्कैन किया जा सकता है.

ड्रोन का इस्तेमाल

इनमें कुछ ऐसे ड्रोन भी हैं, जो ग्रामीण इलाकों में कीटाणुनाशक का छिड़काव कर रहे हैं. चेहरे की पहचान के साथ संचालित ड्रोन का उपयोग नागरिकों को चेतावनी देने के लिए किया जा रहा है कि वह अपने घरों से बाहर न निकलें और मास्क पहनें.

➔रोबोट का उपयोग
अस्पतालों में खाना तैयार करने से लेकर, रेस्त्रां में वेटर के रूप में काम करने, कीटाणुनाशक दवाओं का छिड़काव, सेनिटाइजर को पहुंचाने तक रोबोट का इस्तेमाल देश में हर जगह पर हो रहा है.

रोबोट का इस्तेमाल (सौ. सोशल मीडिया)

शेंजेन स्थित मल्टीकॉप्टर कंपनी में मेडिकल सैंपल को लाने और ले जाने के लिए रोबोट का इस्तेमाल हो रहा है.

➔सेनिटाइजर की मांगों को समय पर पूरा करना
एक समय में चीन में कीटाणुनाशक की जरूरत चरम पर थी और चीन की सबसे बड़ी ब्लीचिंग पाउडर कंपनियां बढ़ती मांगों को पूरा करने में असमर्थ थीं. ऐसे वक्त पर चीन में शराब की कंपनियों ने सेनिटाइजर बनाना शुरू कर दिया.

सैनिटाइजर की आपूर्ति

➔ शुरुआती यात्राओं को लेकर चेतावनी
23 जनवरी को, इज्होऊ (वुहान के करीब) ने ट्रेन स्टेशन बंद कर दिए. बीजिंग ने टू लूनर न्यू ईयर टैंपल फैयर समेत बड़े समारोहों को रद्द कर दिया. साथ ही अगली सूचना तक आगंतुकों के लिए राजधानी के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण फॉरबिडन सिटी तक को बंद करवा दिया गया.

यात्रा प्रतिबंध

चीन ने इन शुरुआती दिनों में ही एक पूरे शहर को लॉकडाउन कर दिया और यात्रा पर सख्त प्रतिबंध लगा दिए. उस समय तक चीन में 18 लोगों की मौत हुई थी, जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 600 थी.

➔सख्त लॉकडाउन
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, हुआंगगांग में अधिकारियों ने सिनेमाघरों, इंटरनेट कैफे समेत इंडोर मनोरंजन स्थानों को बंद करने का आदेश दिया.

लॉकडाउन में सख्ती

➔आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी पर रोक
घबराए दुकानदार अपनी-अपनी दुकानों से सामान निकाल रहे थे, जिसके चलते तेजी से सुपरमार्केट खाली हो रहे थे. इसके मद्देनजर अधिकारियों ने खाद्य और चिकित्सा सामग्रियों की दुकानें खुलवाईं, जिन्हें 'ग्रीन पैसेज' नाम दिया गया.

आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी पर रोक (सौ. सोशल मीडिया)

चीन के खाद्य और सामरिक भंडार के राष्ट्रीय प्रशासन ने स्थानीय सरकारों से अनाज और खाद्य तेल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कहा, ताकि खाद्य तेल की आपूर्ति सुनिश्चित होने के साथ वस्तुओं की कीमत में बढ़ोतरी को रोका जा सके. साथ ही उन्होंने आश्वासन दिलाया कि अगर जरूरी हो, तो इन वस्तुओं की आपूर्ति कराई जाएगी.

➔लॉकडाउन का उल्लंघन किए बिना जरूरी सामान का वितरण
हर समुदाय को उनके दरवाजे तक रोजमर्रा का सामान पहुंचाने के लिए कुछ लोगों की नियुक्ति की गई, जो स्वेच्छा से यह काम करना चाहते थे. स्वयंसेवकों और निवासियों ने इसके लिए वीचैट का उपयोग कर समन्वय किया, जिसके जरिए सोशल डिस्टेंसिंग भी बनी रही और लोगों को रोजमर्रा के सामान के लिए परेशान भी नहीं होना पड़ा.

जरूरतमंद लोगों द्वारा राशन की मांग करने पर उन्हें अपने दरवाजे के बाहर राशन रखा मिलता था.

Last Updated : Apr 9, 2020, 4:11 PM IST

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