दिसपुर : असम के बागजान गैस कुएं में लगी आग और इस घटना से पीड़ित लोगों को राहत शिविरों में मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
तिनसुकिया जिले के बगजान में 9 जून को ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) के बागजान गैस कुएं से गैस का रिसाव होने और उसमें आग लगने की घटना की जांच सिंगापुर की एक कंपनी और ओएनजीसी एवं ओआईएल के विशेषज्ञों द्वारा की जा रही है. लेकिन यह आग कब बुझेगी, इसकी कोई जानकारी नहीं है.
राहत शिविरों में परेशान लोग गैस कुएं में लगी आग से पीड़ित लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है. कई समाजसेवी संस्थान यहां लोगों की मदद कर रहे हैं. समाजसेवियों ने बताया कि राहत शिविरों में पर्याप्त राहत सामग्री नहीं है. वहीं शिविरों में पर्याप्त जगह नहीं है, ऐसे में कोरोना महामारी के कठिन समय में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर पा रहे हैं.
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इसका सबसे ज्यादा बच्चों के स्वास्थ पर असर पड़ रहा है. वहीं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और डूमडोमा के विधायक दुर्गा भूमिज ने भी राहत शिविरों का दौरा किया और पीड़ितों को पर्याप्त राहत सामग्री उपलब्ध नहीं कराए जाने के लिए सरकार की आलोचना की.