नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के तंगधार सेक्टर में आतंकी गतिविधियों की सूचना के बाद भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया. जवाबी कार्रवाई के दौरान 6-10 आतंकियों के मारे जाने की खबर है.सेना प्रमुख ने बताया कि 6-10 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं. दर्जनों आतंकियों के भी मारे जाने की सूचना है.
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बताया कि भारतीय सेना ने कई आतंकी कैंपों को निशाना बनाया. इसमें तीन को पूरी तरह से तबाह कर दिया गया. एक अन्य कैंप को भी काफी नुकसान हुआ है.सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान अगर ऐसी गतिविधियां जारी रखेगा तो भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई से नहीं हिचकिचाएगी.
इससे पहले रविवार को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की नीलम घाटी में चार आतंकी शिविरों और पाक सेना के कई ठिकानों को तोपों से निशाना बनाया.
इस बीच एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि भारतीय तोपों से की गई गोलाबारी में कम से कम 20 आतंकवादी मारे गए और यह आंकड़ा काफी अधिक भी हो सकता है.
सूत्रों ने बताया कि तंगधार सेक्टर के दूसरी तरफ नीलम घाटी में चार आतंकवादी शिविर भारतीय सेना की गोलीबारी में पूरी तरह से नष्ट हो गए. उस समय प्रत्येक ठिकाने में 10-15 आतंकवादी मौजूद थे. भारतीय सेना की इस कार्रवाई को फरवरी में बालाकोट हमले के बाद सबसे महत्वपूर्ण कार्रवाई बताया जा रहा है.
भारतीय सेना की कार्रवाई पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि भारत ने आर्टिलरी गन से आतंकी कैंपों को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 में बदलाव किए जाने के बाद से हमें आतंकी घुसपैठ की लगातार इनपुट मिल रही है. इसका मकसद राज्य की शांति भंग करना है.
जनरल रावत ने कहा कि कश्मीर घाटी में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. हालांकि, कुछ लोग परदे के पीछे से आतंकवादियों के इशारे पर काम कर रहे हैं. पाक और पीओके में कुछ एजेंसियां और लोग शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं.
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आर्टिलरी गन के प्रयोग के सवाल पर सेना प्रमुख ने कहा कि हमें खबर मिली, कि आतंकी अग्रिम मोर्चे पर हमारे कैंप के नजदीक आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने में कई सेक्टर में आतंकियों द्वारा बार-बार घुसपैठ की कोशिश किए जाने की सूचना मिली है.
रावत ने कहा कि शनिवार शाम तंगधार सेक्टर में आतंकियों के घुसपैठ की सूचना मिली. हमने जवाबी कार्रवाई की. पाक ने हमारे सैन्य ठिकानों (post) को निशाना बनाया. हमें इससे नुकसान हुआ, लेकिन घुसपैठ में सफलता मिलने से पहले ही हमने सीमा पार के आतंकी कैंपों को निशाना बनाने का फैसला लिया. तंगधार सेक्टर के विपरीत दिशा में बने आतंकी कैंप को तबाह कर दिया गया है.
इस बीच, पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इस बात से इंकार किया कि भारतीय सेना ने पीओके में चार आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया था. उन्होंने कहा कि भारत के इस 'झूठ' को बेनकाब करने के लिए पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देशों के राजनयिकों के वहां के दौरे की व्यवस्था कर सकता है.
पाकिस्तान ने भारत द्वारा की गयी कार्रवाई की निंदा करने के लिए भारतीय उपउच्चायुक्त गौरव आहलूवालिया को तलब किया.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि भारत की कार्रवाई में कुल पांच पाकिस्तानी नागरिकों की मौत हुई है.
गफूर ने आरोप लगाया, 'भारतीय सेना द्वारा निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना कथित शिविरों को निशाना बनाने के उनके झूठे दावों को सही ठहराने का एक प्रयास है.' उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना के हमले में नौ भारतीय सैनिकों की मौत हो गई और भारत के दो बंकर तबाह हो गए.
हालांकि, भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गफूर के आरोपों को खारिज कर दिया.
गौरतलब है कि भारत की जवाबी कार्रवाई के एक दिन पहले शनिवार शाम पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा के पास जम्मू कश्मीर के तंगधार सेक्टर में आतंकवादियों की घुसपैठ में मदद के लिए गोलीबारी की थी. इस घटना में भारत के दो सैनिक शहीद हो गए थे. गोलीबारी में एक आम नागरिक की भी मौत हो गयी जबकि तीन अन्य घायल हुए थे.
भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तानी सेना ने कल शाम तंगधार सेक्टर के भारतीय क्षेत्र में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए अकारण संघर्षविराम का उल्लंघन शुरू कर दिया.
इसमें कहा गया है कि भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में आतंकवादियों के शिविरों और इन शिविरों को सुरक्षा प्रदान करने वाली अनेक पाकिस्तानी चौकियों तथा कुछ शस्त्र स्थलों को निशाना बनाया गया.
बयान के अनुसार अगर पाकिस्तानी सेना सीमा पार से आतंकी गतिविधियों को मदद देना जारी रखता है तो भारतीय सेना को अपने हिसाब के समय और जगह पर जवाब देने का अधिकार है.
(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई)