अहमदाबाद : केंद्र सरकार ने दूध पाउडर आयात करने का फैसला किया है, जिससे पशुपालकों और उद्योगपतियों में नाराजगी है. इस फैसले से पशुपालकों को नुकसान होने की अधिक आशंका है. जनता को लगता है कि जब हम आत्मनिर्भरता की बात कर रहे हैं, तो दूध पाउडर आयात करने का निर्णय सही नहीं है.
गुजरात मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के एमडी डॉ. आरएस सोढ़ी ने ईटीवी भारत से कहा कि सरकार को दूध पाउडर का आयात नहीं करना चाहिए. हमने केंद्र सरकार से विदेश से बड़ी मात्रा में मिल्क पाउडर के आयात पर पुनर्विचार करने की अपील की है. इससे पहले सोढ़ी ने गुजरात सरकार और केंद्र सरकार से अपील की थी.
दूध पाउडर के आयात से भारतीय पशु प्रजनकों को नुकसान होने की आशंका है. भारत के पास 80 हजार टन दूध पाउडर का भंडार है. लॉकडाउन के कठिन समय के दौरान भी अमूल ने दूध पाउडर की मात्रा में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है, इसलिए सरकार से अपील की जा रही है कि वह दूध पाउडर का आयात न करे.