दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण पर सीपीसीबी की 50 टीमों की नजर - केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की 50 टीमों को इस साल 15 अक्टूबर से अगले साल 28 फरवरी तक व्यापक क्षेत्र का दौरा करने के लिए तैनात किया जाएगा. वहीं सीपीसीबी के मुख्यालयों में केंद्रीय नियंत्रण कक्ष बनाये गये हैं ताकि प्रति घंटे हो रहे प्रदूषण पर निगरानी रखी जा सके.

GRAP implementation
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

By

Published : Oct 14, 2020, 10:23 PM IST

नई दिल्ली :आगामी शीत ऋतु में बेहतर वायु गुणवत्ता सुनिश्चित करने के प्रयास के तहत दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में प्रदूषण गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी. यह जानकारी बुधवार को पर्यावरण मंत्रालय ने दी है.

पर्यावरण मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि इस वर्ष 15 अक्टूबर से अगले वर्ष 28 फरवरी तक केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की 50 टीमें व्यापक क्षेत्र दौरे के लिए तैनात की जाएंगी.

इन शहरों का दौरा करेगी टीम
पर्यावरण मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि टीम दिल्ली और एनसीआर के शहरों नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, गुरुग्राम, फरीदाबाद, बल्लभगढ़, झज्जर, पानीपत, सोनीपत, भिवाड़ी, अलवर, भरतपुर का दौरा करेगी. ये टीम उन स्थानों पर ज्यादा ध्यान देगी जहां समस्या ज्यादा है.

समीर ऐप के माध्यम से की जाएगी रिपोर्टिंग
उन्होंने आगे कहा कि, आगामी सर्दी के मौसम में प्रदूषण गतिविधियों के खिलाफ कड़ी नजर रखी जाएगी. बिना उपयुक्त नियंत्रण उपाय के बड़ी निर्माण गतिविधियों, सड़कों के किनारे और खुले प्लॉट में कचरा और निर्माण अपशिष्ट डालने, कचरे को खुले में जलाने और औद्योगिक कचरे से जुड़ी रिपोर्टिंग समीर ऐप के माध्यम से की जाएगी.

पढ़ें:राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर केंद्र सक्रिय, छह राज्यों के लिए STARS योजना

प्रदूषण गतिविधियों पर फीडबैक
उन्होंने बताया कि प्रदूषण गतिविधियों पर फीडबैक संबंधित एजेंसियों के साथ त्वरित कार्रवाई के लिए साझा किया जाएगा. इससे समय रहते कार्रवाई करने में मदद मिलेगी और संबंधित एजेंसियों द्वारा उपयुक्त स्तर पर निगरानी की जा सकेगी.

सीपीसीबी के मुख्यालयों में केंद्रीय नियंत्रण कक्ष
मंत्रालय ने कहा कि सीपीसीबी के मुख्यालयों में केंद्रीय नियंत्रण कक्ष बनाया गया है ताकि हर घंटे प्रदूषण की निगरानी हो सके और राज्य की एजेंसियों के साथ समन्वय बनाया जा सके.

ABOUT THE AUTHOR

...view details