बेंगलुरु:कर्नाटक की एक स्टार्टअप कंपनी ने अपने कर्मचारियों को काम के दौरान नींद लेने का मौका दिया है. बता दें, ऑफिस में ज्यादा काम के चलते कर्मचारियों को अक्सर थकान हो जाती है. इसके बावजूद भी कर्मचारियों को काम करना पड़ता है. कर्मचारियों की इस समस्या पर गहनता से विचार करने के बाद बेंगलुरु की एक स्टार्टअप कंपनी ने इस समस्या का हल निकाला है. आइये जानते हैं कि कंपनी ने कर्मचारियों को राहत देने की क्या तरकीब निकाली है.
स्टार्ट-अप ने कर्मचारियों को दी राहत
इस स्टार्टअप कंपनी ने प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए थोड़ी सी झपकी (Power Nap) लेने का भरपूर इंतजाम किया है. शिफ्ट के समय, बेंगलुरु के एक स्टार्टअप ने आधिकारिक तौर पर अपने कर्मचारियों के लिए 30 मिनट की झपकी लेने का एलान किया है.
कर्मचारियों को मिलेगा 'राइट टू नैप'
स्टार्टअप कंपनी वेकफिट सॉल्यूशंस (Wakefit Solutions) ने एक ट्वीट में 'राइट टू नैप' (Right to Nap) के बारे में दो तस्वीरें शेयर करते हुए बताया कि कर्मचारी कब झपकी ले सकते हैं. वेकफिट कंपनी के को-फाउंडर चैतन्य रामलिंगगौड़ा ने पोस्ट के अनुसार, हाल ही में सहकर्मियों को एक ईमेल जारी कर उन्हें बताया गया कि वे अब दोपहर 2 से 2.30 बजे के बीच थोड़ी सी नींद ले सकते हैं.
33% तक बढ़ सकती है परफार्मेंस
चैतन्य रामलिंगगौड़ा ने एक ईमेल में लिखा, हम छह साल से अधिक समय से नींद उद्योग में हैं और अभी तक आराम के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक का सम्मान करना बाकी है- दोपहर की झपकी. हमने हमेशा झपकी को गंभीरता से लिया है, लेकिन आज से, हम इसको बढ़ावा देने जा रहे हैं. उन्होंने कहा, नासा की एक स्टडी में पाया गया कि 26 मिनट का कैटनैप आपके काम के परफार्मेंस को 33% तक बढ़ा सकता है, जबकि हार्वर्ड की एक स्टडी में पाया गया कि झपकी लेने से बर्नआउट को रोकने में मदद मिल सकती है.
जानें कंपनी की तैयारियों के बारे में
कंपनी ने ट्विटर पर यह भी कहा कि कर्मचारी हर दिन दोपहर 2:00 से 2:30 बजे के बीच 30 मिनट की झपकी ले सकेंगे और यह समय सभी के कैलेंडर पर आधिकारिक नैप टाइम के रूप में सेट किया जाएगा. कंपनी ने यह भी उल्लेख किया कि वे कर्मचारियों के लिए आदर्श झपकी वातावरण बनाने के लिए कार्यालय में आरामदायक स्लीप पॉड्स और शांत स्थान तैयार करने पर काम कर रहे हैं.