कोलकाता: काफी समय तक धैर्य दिखाने के बाद अब भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई (West Bengal BJP) तुनकमिजाज नेताओं पर लगाम लगाने को तैयार है. संगठन की ओर से इसकी शुरुआत भी कर दी गई है और सोशल मीडिया पोस्ट (Social Media Post) पर पार्टी के खिलाफ पोस्ट करने वाले रजीब बंदोपाध्याय और सब्यसाची दत्ता को कारण बताओ नोटिस देने का फैसला किया गया है.
पार्टी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) से भाजपा में शामिल होने वाले ऐसे सभी नेता मुख्य रूप से लोकसभा सदस्य सुनील मंडल, दीपेंदु विश्वास और सोनाली गुहा भी शामिल हैं. पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने 'ईटीवी भारत' से साफ कहा कि मौखिक या सोशल मीडिया के जरिए लगातार पार्टी विरोधी बयान देने वालों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. कहा कि अब बहुत हो गया, जो नेता इस तरह के पार्टी विरोधी बयान दे रहे हैं, वे सही काम नहीं कर रहे हैं.
निकाला जा सकता है पार्टी से
भाजपा की पश्चिम बंगाल अनुशासन समिति के सदस्य ने कहा कि यदि वे अगले सात दिनों में इसका जवाब नहीं देते हैं, तो उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए पार्टी से निष्कासन का सामना करना पड़ सकता है. भविष्य में जो भी कार्रवाई होगी उससे इसके पार्टी के सभी नेताओं को सख्त संकेत जाएगा. कहा कि अनुशासन समिति के सदस्यों को लगता है कि राजीब बंदोपाध्याय और सब्यसाची दत्ता जैसे नेता सार्वजनिक रूप से पार्टी की छवि खराब कर रहे हैं. इस मुद्दे पर दिलीप घोष ने व्यक्तिगत रूप से लोकसभा सदस्य और राज्य अनुशासन समिति के संयोजक डॉ सुभाष सरकार से बात की है. चर्चा के बाद कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है.