मंदसौर :एशिया की पहली महिला ट्रक चालक (asia first female truck driver) व राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित पार्वती आर्य (parvati arya passes away) का 75 वर्ष की आयु में बुधवार शाम को निधन हो गया. पार्वती मंदसौर से विधायक पद के लिए चुनाव भी लड़ी थीं, हालांकि वह हार गईं. बताया जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों से वे अस्वस्थ थीं. उनका घर पर ही उपचार चल रहा था. अचानक तबीयत बिगड़ने से उनका निधन हो गया.
आर्थिक तंगी के चलते चलाया ट्रक
पार्वती आर्य के पिता मंदसौर में एक ठेकेदार थे. उनकी मौत के बाद बहुत कम उम्र में ही उन्हें आठ बहनों और तीन भाइयों का ख्याल रखना पड़ा. परिवार में आर्थिक तंगी के हालात बन गये थे. 11 भाई-बहनों की परवरिश अब उनके लिए पहली प्राथमिकता बन गई थी. अपने सभी भाई-बहनों की परवरिश के चलते उन्होंने ट्रक चलाना सीखा.
1978 में मिला लाइसेंस
उस समय महिलाओं द्वारा लाइसेंस के लिए आरटीओ पर अधिकारियों को समझाना ड्राइविंग सीखने से अधिक मुश्किल था. तब उन्होंने कहा था कि (pravati arya statement) अगर इंदिरा गांधी (indra gandhi) देश को चला सकती हैं, तो मैं क्या एक ट्रक ड्राइव नहीं कर सकती. इसके बाद 1978 में उन्हें ड्राइविंग का लाइसेंस मिला. इस तरह वे एशिया की पहली महिला ट्रक चालक बनीं. एक इंटरव्यू में पार्वती आर्य ने कहा था कि बचपन में उनका पढ़ाई में मन नहीं लगता था और वह स्त्री द्वारा किये जाने वाले कार्यों के विमुख थी. 20 वर्ष की आयु में ही उनकी शादी हो गई थी.