नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में मुस्लिम और ओबीसी मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने और यूपी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए चुनावी अभियान की एक श्रृंखला शुरू की है.
बीजेपी के दो विंग-अल्पसंख्यक मोर्चा और ओबीसी मोर्चा ने पार्टी के लिए वोट मांगने के लिए बैक टू बैक मीटिंग और डोर टू डोर कैंपेन की तैयारी शुरू कर दी है. ईटीवी भारत से बात करते हुए बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने कहा कि हम निर्वाचन क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और 100 मजबूत कार्यकर्ताओं की पहचान कर रहे हैं, जो कम से कम 50 लोगों को प्रभावित कर सकते हैं. इससे हमारा वोट बैंक 5000 हो जाएगा.
आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में AIMIM पार्टी के आने से भाजपा के राजनीतिक समीकरण के बारे में पूछे जाने पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी समाज को विभाजित करने और सांप्रदायिक भावना को बढ़ावा देकर हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ने का काम करते हैं. इससे देश की समरसता प्रभावित हो रही है.
सिद्दीकी ने दावा किया कि ओवैसी की पार्टी की तेलंगाना में कोई स्थिरता नहीं है और उनकी पार्टी के कई नेता किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल होना चाहते हैं. उनके पास महाराष्ट्र में केवल 2 विधायक हैं और बिहार में केवल 5 हैं. यूपी में उनकी दाल नहीं गलने वाली है.