कोडागु: कर्नाटक के कोडागु जिले के पोन्नमपेटे (Ponnampete) स्थित साईं शंकर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में इस माह की 5 से 13 तारीख तक हिंदू कार्यकर्ताओं को शौर्य प्रशिक्षण संभाग 2022 के नाम से प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान छात्रों ने एयरगन, चाकू और त्रिशूल चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया. इस ट्रेनिंग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है.
बजरंग दल के कार्यकर्ता कहते हैं, धर्म को बनाए रखने के लिए हथियारों का प्रशिक्षण जरूरी है, लेकिन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई है. उनकी ओर से कहा गया कि हिन्दू एक होंगे तो भी धर्म वही रहेगा. लेकिन अगर बच्चों के हाथों में चाकू दे दिया जाए तो उनके भविष्य के बारे में क्या होगा ? भाषण दें और बच्चे के दिमाग को नष्ट कर दें. ये वही बच्चे भाषण सुनेगे और वे दूसरे धर्म के लोगों को चाकू मार देंगे. व्यक्तिगत घृणा भी पैदा होती है. दो धर्मों के बीच संघर्ष होगा. क्या धर्म के बीच जहरीला बीज बोना ठीक है ? एसडीपीआई के जिला सचिव बशीर प्रश्न पूछते हैं कि धर्म बचाने के लिए छुरा घोंपना और गोली देना ही एक मात्र उपाय है.