नई दिल्ली :महज छह साल की उम्र में राजनीतिक विचारधारा का 'ककहरा' सीखने की शुरुआत करने वाली एक बच्ची 15 साल बाद युवावस्था की दहलीज पर कदम रखने के कुछ साल में ही भारत की सबसे कम उम्र की मेयर बन जाए, तो उसकी चर्चा लाजिमी है. केरल की 21 वर्षीय आर्या राजेंद्रन अभी ऑल सेंट्स कॉलेज में बीएससी गणित की द्वितीय वर्ष की छात्रा होने के साथ ही तिरुवनंतपुरम नगर निगम की मेयर भी हैं.
पिछले दिनों इस पद की शपथ लेकर उन्होंने सबसे कम उम्र की मेयर बनने का तमगा हासिल करने वाली सबीता बेगम को पीछे छोड़ दिया. सबीता बेगम कोल्लम नगर निगम की मेयर थीं और उस समय उनकी उम्र 23 साल थी. इसी प्रकार रेखा प्रियदर्शिनी 24 साल की उम्र में तमिलनाडु के सलेम की मेयर बनीं, जबकि भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस 27 साल की उम्र में नागपुर नगर निगम के मेयर बने थे.
पेशे से इलेक्ट्रिशियन पिता और एलआईसी एजेंट मां के घर पैदा हुईं राजेंद्रन जब छह वर्ष की थीं तभी वह 'बालसंगम' से जुड़ गई थीं. उनके माता-पिता दोनों लंबे समय से माकपा के सक्रिय सदस्य हैं.
ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि पद संभालने के बाद मेरा अनुभव बहुत अच्छा रहा. मुझे कई लोगों ने बधाई दी और कई लोग मुझसे व्यक्तिगत रूप से मिलना भी चाहते हैं.
मेयर बनते ही राजेंद्रन ने अपनी प्राथमिकताएं भी स्पष्ट कर दीं. उन्होंने कहा कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता राजधानी में अपशिष्ट प्रबंधन की होगी और मेयर पद के दायित्व का निर्वहन करने के साथ ही वह अपनी पढ़ाई भी जारी रखेंगी.