मुंबई: देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस को ब्लैकमेल करने के मामले में गिरफ्तार अनिक्षा जय सिंघानी और उनके पिता अनिल जय सिंघानी को जेल में रखा गया है. लेकिन उनका दावा है कि उनकी गिरफ्तारी कानूनी नहीं है, इस दावे को अदालत ने खारिज कर दिया. इस संबंध में आज बॉम्बे हाईकोर्ट में खंडपीठों के समक्ष सुनवाई हुई और अनिल सिंह द्वारा 14 दिनों की न्यायिक हिरासत का आदेश दिया गया.
सोमवार को हिरासत अवधि खत्म होने पर दोनों को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डी.डी. अलमाले के समक्ष पेश किया गया. विशेष लोक अभियोजक अजय मिसर ने दोनों की हिरासत अवधि और पांच दिनों के लिए बढ़ाने का अनुरोध किया, लेकिन अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया. अनिल जयसिंघानी की बेटी अनीक्षा भी इस मामले में आरोपी है और वह भी न्यायिक हिरासत में है. उपमुख्यमंत्री की पत्नी की शिकायत के आधार पर पुलिस ने पिता-पुत्री के खिलाफ साजिश रचने, जबरन वसूली और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया था.
बेटी अनिक्षा को 16 मार्च से गिरफ्तार किया गया था, जबकि अनिल जयसिंगाने और निर्मल जयसिंघानी को 20 मार्च को गिरफ्तार किया गया. अनिल जयसिंघानी ने दावा किया है कि "हम पर लगाए गए आरोप झूठे हैं और जो गिरफ्तारियां हुई हैं, वे केवल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए हैं. इसलिए, हमें इस मामले में बिना कारण फंसाया गया है और हमारी गिरफ्तारी अवैध है. अनिल जयसिंघानी ने अपनी याचिका में यह भी कहा है कि भारतीय दंड संहिता की धारा के लिए आवश्यक है कि आरोपी को 24 घंटे के भीतर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाए.