नई दिल्ली: देश की नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) आज अपना 37वां स्थापना दिवस (37th Raising Day of NSG) मना रही है. इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने एनएसजी को शुभकामनाएं दी है.
नेशनल सिक्योरिटी गार्ड का 37वां स्थापना दिवस स्थापना दिवस पर अमित शाह ने दी बधाई
नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के 37वां स्थापना दिवस पर गृह मंत्री अमित शाह ने बधाई दी है. अपने बधाई संदेश में गृह मंत्री ने कहा कि 'इस विशेष बल ने अपने 'सर्वत्र सर्वोत्तम सुरक्षा' को चरितार्थ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है. अपने प्रशिक्षण स्थल मानेसर में एनएसजी के जवानों ने अपने साहस और शौर्य का प्रदर्शन किया है. आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान इस बल के जवान किस तरह से काम करते हैं, इसका नाटकीय मंचन कर दर्शाया गया.
इस मौके पर डीजी एमए गणपति ने कहा कि एनएसजी ने अमृतसर में भारत-पाक सीमा पर पाकिस्तान द्वारा ड्रोन का उपयोग करके गिराए गए कई आईईडी टिफिन बमों को निष्क्रिय किए थे.
मुंबई आतंकी हमले के समय दिखाया पराक्रम
आतंकवादी हमलों, बंधक संकट और हाईजैकिंग के खिलाफ अभियान चलाने में एनएसजी को महारत हासिल है. यह बल वीआईपी की सुरक्षा में भी तैनात होते हैं. मुंबई पर आतंकवादी हमले के दौरान एनएसजी ने बंधकों को छुड़ाने के लिए ताज होटल, नरीमन हाउस और ओबेराय होटल में विशेष अभियान चलाया था.
डालें एक नजर
बता दें, आतंकी गतिविधियों और देश को आंतरिक परेशानियों से बचाने के लिए इस सिक्योरिटी का गठन किया गया था. 1984 में ही ऐसी एक फोर्स तैयार करने का प्लान बन चुका था. उसी साल पहले ब्लूस्टार ऑपरेशन और फिर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद इस फोर्स के गठन में तेजी आई. अगस्त 1986 में संसद में NSG के गठन का प्रस्ताव आया और 22 सितंबर, 1986 को यह अस्तित्व में आ गई. इसके कमांडो हमेशा काली वर्दी में रहते हैं इसलिए उन्हें 'ब्लैक कैट्स' भी कहा जाता है. यह बेहद खास फोर्स है जिसका इस्तेमाल असाधारण परिस्थितियों में किया जाता है.