बलिया:जनपद में दिल को छू लेने वाला एक वाकया सामने आया है. एक महिला का बीमार पति कई साल पहले लापता हो गया था. शनिवार को वह जिला महिला चिकित्सालय के पास सड़क किनारे बैठा मिला. उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी. इस बीच पत्नी रास्ते से गुजर रही थी. उसने 10 साल पहले बिछड़े पति को पहली ही नजर में पहचान लिया. इसके बाद पति के गले मिलकर खूब रोई. जिसने भी यह मंजर देखा उसकी आंखों से आंसू निकल आए.
नेपाल में इलाज के लिए भेजा था :जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम देवकली निवासी मोतीचंद वर्मा (45) की शादी जानकी देवी से 21 साल पहले हुई थी. दोनों के तीन बेटे हैं. जानकी ने बताया कि शादी के कुछ साल बाद पति मोतीचंद की मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी थी. इलाज कराने के लिए उसने पति मोतीचंद को अपने पिता के साथ नेपाल भेजा था. इस दौरान अचानक से मोतीचंद वहां से गायब हो गया. उसके पिता ने मोतीचंद को खोजने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह नहीं मिला. इसके बाद जानकी देवी खुद अपने भाई के साथ नेपाल गईं, लेकिन वहां भी कुछ पता नहीं चला. इसके बावदूद जानकी ने हार नहीं मानी, वह पति को खोजने के लिए दर-दर की ठोकरें खाती रही. रिश्तेदारों के सहयोग से भी मोतीचंद की काफी खोजबीन की, लेकिन सालों बाद भी उसका कोई सुराग नहीं लगा.
पत्नी ने प्रशासन से मांगा था सहयोग :जानकी देवी ने बताया कि सालों तक उसने दूर-दूर तक पति की खोजबीन की. इसके लिए उसने तांत्रिक और बाबाओं का भी सहारा लिया, लेकिन कुछ पता नहीं चला. पत्नी का कहना है कि वह जब भी घर से बाहर निकलती थी, तो अपने पास पति मोतीचंद का फोटो लेकर जाती थी. लोगों से पूछा भी करती थी. जानकी ने बताया कि रास्ते में जितने भी विक्षिप्त व्यक्तियों को देखती थी, तो उनके चेहरे को गौर से देखकर मिलान करती थी. यहीं नहीं उसने प्रशासन को पत्र लिख कर पति की खोजबीन में सहयोग करने की मांग की थी.