मदर्स डे पर सुनिए आरक्षक रानू माली से जिन्होंने परिवार के साथ चुना कर्तव्य को
इस मदर्स डे पर हम आपको कुछ ऐसी महिलाओं से मिला रहे हैं जिन्होंने अपनी जान हथेली पर रखकर कोरोना काल में अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है. रानू माली आरक्षक के तौर पर कोंडागांव में काम कर रहीं हैं. वो बताती हैं कि कोरोना काल ने ड्यूटी को काफी मुश्किल बना दिया है. घर जाने के बाद बच्चों को छूने में भी डर लगता है. रानू कहती हैं कि सभी इससे बचने का प्रयास करें. समाजिक दूरी और लॉकडाउन के नियम का पालन करें.