Vat Savitri Vrat 2023: वट सावित्री व्रत पर महिलाओं ने की पति की लंबी उम्र की कामना - वट सावित्री व्रत
मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: वट सावित्री व्रत, हिंदू त्योहारों में से एक है. सुहागिन महिलाओं के लिए यह त्योहार बहुत महत्वपूर्ण होता हैं. इस दिन सुहागिन महिलाएं 16 श्रृंगार कर पति दीर्घायु के लिए बरगद के पेड़ की पूजा कर फेरें लगाती हैं. वट वृक्ष को जल चढ़ाना केवल एक प्रथा नहीं, बल्कि सुख, शांति और तरक्की का माध्यम माना जाता है.
वट सावित्री व्रत में बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है. बरगद के पेड़ में त्रिदेव का वास माना गया है. मान्यता है कि जड़ में ब्रह्मा, तने में विष्णु और शाखाओं में भगवान शिव का वास होता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन माता सावित्री यमराज से छुड़ाकर अपने पति सत्यवान को वापस ले आईं थी. कहते हैं कि इस व्रत को जो भी सुहागिन महिला पूरे विधि विधान से करती हैं, उसे अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.