GPM NEWS : पुलिस कस्टडी में हड़ताली सहायक शिक्षक, धरना देने जा रहे थे रायपुर
गौरेला पेंड्रा मरवाही : शुक्रवार को सहायक शिक्षकों के रैली और मुख्यमंत्री निवास घेराव को लेकर प्रदेश के अलग अलग जिलों से शिक्षकों का जत्था रायपुर जाने के लिए निकला था. जीपीएम जिले से भी काफी संख्या में सहायक शिक्षक रायपुर जाने के लिए निकले. जिन्हें देर रात रेलवे स्टेशन और सड़क मार्ग से जाने वाले शिक्षकों को प्रशासन ने रोककर हिरासत में रखा है.वहीं शिक्षक अब प्रशासन को उन्हें बलपूर्वक रोकने को दमनकारी बता रहे हैं.
पुलिस कस्टडी में सहायक शिक्षक : सहायक शिक्षक अपने हड़ताल के पांचवें दिन प्रदेश की राजधानी रायपुर में बड़ा प्रदर्शन की योजना बनाकर अलग-अलग जिलों से रायपुर जा रहे थे. पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए रायपुर में होने वाले प्रदर्शन में जाने वाले सहायक शिक्षकों को अलग-अलग जगह से हिरासत में ले लिया है. देर रात से सहायक शिक्षक पुलिस की कस्टडी में है. सहायक शिक्षक इसे सरकार की दमनकारी नीति कह रहे हैं.
सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप : सहायक शिक्षक वेतन विसंगति दूर करने की मांग लगातार उठाते आ रहे हैं. सहायक शिक्षकों का कहना है '' 5 वर्ष पूर्व जब कांग्रेस की सरकार नहीं थी. तब रायपुर में उनके धरना प्रदर्शन स्थल पर आकर भूपेश बघेल ने घोषणा की थी कि, यदि कांग्रेस की सरकार बनी तो हम उनकी सारी मांगें पूरी करेंगे.अब जब कांग्रेस की सरकार बन गई है. तब भी उन्होंने अपना वादा नहीं पूरा किया है. इसलिए हम उन्हें याद दिला रहे हैं कि वे अपनी मांग पूरी करें. यूं ही हड़ताल प्रदर्शन जारी रहेगा.'' ठीक परीक्षा के समय में हड़ताल करने के सवाल पर शिक्षकों का कहना है कि ''यदि हमारी मांगें पूरी हो जाएगी. तो हम पूरे जोश एवं उत्साह के साथ अपना काम करेंगे.''
शिक्षा व्यवस्था पर पड़ा असर : सहायक शिक्षकों के हड़ताल में जाने से प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर असर पड़ा है. कई जगहों में स्कूल बंद करने की भी नौबत आ चुकी है. सहायक शिक्षकों की हड़ताल से बच्चों की पढ़ाई भी रुकी हुई है.वहीं परीक्षाएं सिर पर आने से अब अभिभावक भी भविष्य को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं. लेकिन अब देखना ये होगा कि सरकार शिक्षकों की मांग पर क्या निर्णय लेती है.