Jagannath Rath Yatra: 11 दिनों बाद मौसी के घर से अपने घर लौटे भगवान जगन्नाथ
धमतरी: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव की समाप्ति हो गई है. 11 दिनों तक मौसी के घर विश्राम के बाद 1 जुलाई को भगवान जगन्नाथ, भ्राता बलभद्र और बहन सुभद्रा की घर वापसी हुई. मठ मंदिर में विधि विधान से तीनों देवी देवताओं की पूजा-अर्चना के बाद स्थापना की गई. भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा रथ में सवार होकर गौशाला से लौटे.
रथ को खींचने श्रद्धालुओं में लगी होड़: पहले भगवान जगन्नाथ, भ्राता बलभद्र और बहन सुभद्रा की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई. इसके बाद भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा विंध्यवासिनी वार्ड स्थित गौशाला जनकपुर से शुरु होकर गणेश चौक और सदर मार्ग होते हुए जगदीश मंदिर पहुंची. इस दौरान रास्तेभर रथ को खींचने श्रद्धालुओं में होड़ लगी रही. रास्ते भर दर्शनार्थियों को गजा मूंग का प्रसाद बांटा गया.
महाप्रभु जगन्नाथ की हुई वापसी: 11 दिन विश्राम के बाद भगवान अपने घर लौट गए हैं. भगवान जगन्नाथ की वापसी के बाद जगन्नाथ मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की गई. मंदिर ट्रस्ट की ओर से पूरे जोर शोर से तैयारी की गई थी. रथयात्रा वापसी के दौरान भी सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किए गए थे. जगन्नाथ मंदिर समिति ट्रस्ट की अगुवाई में महाप्रभु जगन्नाथ की वापसी हुई. इस दौरान रास्ते भर भजनों की धुन ने भक्तों को भक्तिभाव में बांधे रखा. धमतरी में रथयात्रा निकलते 125 से भी ज्यादा वर्ष हो गए हैं.