सूरजपुर: शनिवार को शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह ने राज्य स्तरीय गणित विज्ञान और पर्यावरण प्रदर्शनी मेले का समापन किया. मेले में प्रदेश के सभी जिलों से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था और सभी ने एक से बढ़कर एक प्रतिभा भी दिखाई. वहीं इस मेले में मल्टीपरपज स्कूल का एक छात्र लोगों के बीच मुख्य आकर्षण का केंद्र बना रहा.
लोगों को ह्रदय रोग से बचाने का इस छात्र ने उठाया बीड़ा छात्र जय नारायण पांडे को लोगों ने खूब सराहा है. जय नारायण ने मेले में हार्ट अटैक से निदान के लिए प्राथमिक उपचार के कुछ टिप्स बताए जिससे किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आ जाए तो यह उपाय करके उनकी जान बचा सकते है. जय नारायण ने कहा कि आज कल लोग दिल की बीमारी के चपेट में आ रहे हैं. आजकल प्रायः किसी भी व्यक्ति को कहीं भी हार्ट अटैक आ जाता है जिससे बचने के यह टिप्स बहुत ही कारगर सिद्ध हो सकता है.
छात्र ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति बेहोश हेकर गिरता है तो पैनिक न हो. उस व्यक्ति से लगातार बात करे. इस प्रयास से किसी की जान बचाई जा सकती है. शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह ने सभी बच्चों को पुरस्कृत भी किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.
इन कारणों से हो सकते है हृदय रोग
शरीर में तय मात्रा से ज्यादा फैट की वजह से वजन बढ़ जाता है. इससे कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ता है, जो किडनी संबंधी बीमारियों का एक बड़ा कारण बनता है. शरीर में ट्रांस फैट बढ़ने की वजह से हार्टअटैक का खतरा भी बढ़ जाता है.
- हाई बीपी: लंबे समय से हाई बीपी धमनियों को ब्लॉक कर देता है. इससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर का लगातार उतार-चढ़ाव हृदय के लिए ठीक नहीं होता , इससे कार्य क्षमता प्रभावित होती है.
- बढ़ता स्ट्रेस: तनाव का संबंध हृदय से होता है. जितना ज्यादा स्ट्रेस से दूर रहेंगे उतना स्वस्थ रहेंगे. जितना ज्यादा तनाव लेंगे, उससे अनालाइन हार्मोन रिलीज होगा, जिससे हार्टअटैक का खतरा बढ़ता है. साथ ही ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगता है.
- जन्म संबंधित:कोलेस्ट्रॉल बढ़ना जेनेटिक भी हो सकता है. यदि माता-पिता में से किसी को भी 55 साल से पहले हार्ट अटैक हुआ हो तो बच्चों में इसकी आशंका कई गुना बढ़ जाती है. बच्चों में जींन और खानपान की आदते सामान होती है. इसलिए हर महीने बच्चों की डॉक्टर से जांच करानी चाहिए.