सूरजपुर: वनों की अवैध कटाई से अब वनों का अस्तित्व खतरे में हैं. जिले के प्रतापपुर और बिहारपुर वन क्षेत्र में अवैध वनों की कटाई जारी है. वनों की कटाई से जहां जंगल खोखले होते जा रहे है, तो वहीं चंद रुपयों के लालच में ग्रामीण तस्करों के बहकावे में आकर वनों की कटाई कर रहे हैं.
वन क्षेत्र में अवैध वनों की कटाई पढ़ें- धड़ल्ले से चल रहा वनों में अवैध कटाई का व्यापार, प्रतिबंधित पेड़ों की तस्करी जारी
वन तस्करों के हौसले बुलंद
बेलगहना हाइस्कूल से लगे बहेरामुड़ा जाने वाली मुख्य मार्ग पर जंगल में सागौन पेड़ों की अवैध कटाई जारी है. जंगल के अंदर पहाड़ी तक हजारों की तादाद में सागौन के पेड़ों की अवैध कटाई की गई है. इनके ठूंठ अभी भी मौजूद हैं, जिन पर शिकायत के बावजूद वन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है. इससे वन तस्करों के हौसले बुलंद है. अब वे सड़क किनारे के पेड़ों को काटकर परिवहन करने में लगे हैं.
वनों की कटाई से हाथियों का प्रवाह में बढ़त
सूरजपुर के वन परिक्षेत्र में हाथियों की संख्या ज्यादा है.वनों की अधिकता के कारण हाथियों का प्रवाह क्षेत्र बना हुआ है. जिससे भी आए दिन हाथी रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे है.
वनों की अवैध कटाई रोकने के लिए वन विभाग नाकाम है. ऐसे में मीडिया के सामने भी वन विभाग वनों की अवैध कटाई की बात स्वीकार कर आगे कार्रवाई की भी बात कर रहे हैं.