सरगुजा : अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टरों की कमी अब प्रबंधन के साथ जिला प्रशासन के लिए भी मुसीबत बनते जा रहा है. डॉक्टरों की कमी से पिछले साल भी इसे जीरो ईयर घोषित कर दिया गया था. वहीं इस बार भी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की कमी बरकरार है.
नियमित डॉक्टरों के बराबर वेतन मिलेगा संविदा डॉक्टरों को दरअसल, अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर समेत इमरजेंसी डॉक्टरों की कमी है. कई बार डॉक्टरों की भर्ती निकाली गई, लेकिन किसी ने ज्वॉइनिंग नहीं की. अगर ज्वॉइन किया, तो सैलरी को देखकर रिजाइन कर दिया, जिसको गंभीरता से देखते हुए जिला प्रशासन ने डॉक्टरों के वेतन में बढ़ोतरी की है.
डीएमफ की राशि से देंगे वेतन
मामले में कलेक्टर सारांश मित्तर का कहना है कि अब डीएमफ की राशि को डॉक्टरों के वेतनमान के लिए उपयोग किया जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि डीएमफ की तकरीबन 2 करोड़ से ज्यादा की राशि है, जिसको डॉक्टरों के वेतन के लिए उपयोग किया जाएगा. इससे डॉक्टरों की कमी का संकट खत्म हो सकेगा.
निरीक्षण के लिए पहुंचेगी MCI की टीम
वहीं कुछ ही दिनों में MCI की टीम मेडिकल कॉलेज अस्पताल के निरीक्षण करने आने वाली है. ऐसे में यदि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जल्द ही डॉक्टरों की कमी के साथ दूसरे फैकल्टी पूरी नहीं होती है, तो आशंका है कि आने वाले दिनों में फिर से मेडिकल कॉलेज को जीरो ईयर घोषित किया जा सकता है.