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Kenapara Tourist Places of Surajpur केनापारा कोयला खदान बना पर्यटन स्थल, केंद्र ने भी की तारीफ - केंद्र ने भी की तारीफ

सूरजपुर की बंद पड़ी केनापारा कोयला खदान को पर्यटन के रुप में विकसित करने के प्रयास को केंद्र सरकार ने सराहा है.इस खदान को पर्यटन के लिहाज से बदलने के लिए एसईसीएल ने राशि मंजूर की थी.जिसके बाद इसे पर्यटकों के हिसाब से विकसित किया गया.

Kenapara Tourist Places of Surajpur
बंद पड़ी कोयला खदान बनीं पर्यटन स्थल

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Published : Feb 24, 2023, 6:17 PM IST

Updated : Feb 27, 2023, 11:07 AM IST

केनापारा कोयला खदान बना पर्यटन स्थल

सूरजपुर : एनएच 43 पर स्थित एसईसीएल की बंद हो चुकी केनापारा कोयला खदान को एसईसीएल ने शासन प्रशासन के सहयोग से आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया है. जिसके कारण यहां तेजी से बढ़ते पर्यटन और उससे उपलब्ध हो रहे रोजगार को लेकर कोयला राज्य मंत्री ने ट्वीट कर इसकी प्रशंसा की है.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस काम को सराहा है.

केंद्रीय मंत्री ने की तारीफ : रेल, कोयला और खान, राज्यमंत्री रावसाहब पाटिल दानवे ने एसईसीएल के इस प्रयास की सराहना करते हुए ट्वीट किया .जिसमें उन्होंने लिखा कि ‘‘यह केवल बंजर पड़ी भूमि को सुंदर इको पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का विचार था. जिसे न केवल लोगों द्वारा बल्कि पर्यटकों द्वारा भी देखा जा रहा है,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी एसईसीएल के इस प्रयास को सराहा.'' भारत सरकार के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से कोयला राज्य मंत्री के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि ‘‘सतत विकास और पर्यावरण पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए सराहनीय प्रयास’’,प्रधानमंत्री और कोयला राज्यमंत्री द्वारा किये गये इस उत्साहवर्धन से जिला प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन भी काफी खुश है.

स्थानीय महिलाओं को मिला रोजगार : हम आपको बता दें एसईसीएल और छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से बंद पड़ी सूरजपुर जिले की केनापारा कोयला खदान वर्तमान में एक ईको-पर्यटन स्थल के रूप में उभर रहा है. अब यहां स्थानीय लोग घूमने के लिए आते हैं. गरीब महिला समूह की महिलाओं को रोजगार का अवसर भी मिला है.एसईसीएल ने इसके लिए 1.97 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की थी. इसके बाद साइट विकसित करने के लिए राज्य प्राधिकरण को सौंप दिया गया.

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8 महीनों में पूरा हुआ काम :दिसंबर 2018 में शुरू हुई यह परियोजना आठ महीने की छोटी अवधि में ही पूरी हो गई.आसपास की हरियाली के साथ इस सुंदर और स्वच्छ जल निकाय के माध्यम से जयनगर, केनापारा, कुंजनगर और बिश्रामपुर के आसपास के गांवों के निवासियों के लिए आय के अतिरिक्त स्रोत प्रदान कर रहा है.पहले चरण में मछली पालन, नौका विहार सुविधा और एक फ्लोटिंग रेस्तरां यहां आकर्षण का केंद्र है.

Last Updated : Feb 27, 2023, 11:07 AM IST

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