सूरजपुर:प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में बीते एक महीने से हाथियों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है, जिले में एक बार फिर एक हथिनी का शव मिला है. एक महीने के भीतर हाथियों के शव मिलने का यह तीसरा मामला है. इससे पहले 11 मई को करनज्वार के जंगल में करीब 40 दिन पुरानी हाथी की सड़ी-गली लाश मिली थी. इसके बाद 9 जून को इसी वन परिक्षेत्र में एक गर्भवती हथिनी की भी मौत हो गई थी. बुधवार को हुई मौत की वजह का पता तो नहीं चला, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि इस इलाके में रहने वाले हाथी जो पानी पी रहे हैं, वो काफी दूषित है. इससे आशंका जताई जा रही है कि हथिनी की मौत दूषित पानी से भी हो सकती है.
बताया जा रहा है, ताजा मामले में 'प्यारे' हाथी के पांच सदस्यों ने उसके शव के पास डेरा जमा रखा है. इससे कारण अभी कोई घटना स्थल तक नहीं पहुंच पाया है. हालांकि वन विभाग के अधिकारी हाथी के शव के पास पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे मामले की जांच की जा सके.