सुकमा: मुरलीगुड़ा और एतकल के जंगलों में हुई मुठभेड़ को नक्सलियों ने फर्जी बताया है. दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव मंगड़ू ने एक बयान जारी करते मुठभेड़ को फर्जी बताया है. हालांकि सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मारे गए नक्सली से एक हथियार बरामद होने का दावा किया है.
नक्सलियों ने मुठभेड़ को बताया फर्जी दरअसल, गुरुवार को सुकमा के मुरलीगुड़ा और एतकल के जंगलों में मुठभेड़ हुई थी. जिसमें सुरक्षाबलों ने एक लाख के एक इनामी नक्सली को मार गिराने का दावा किया था. जिसपर आज दक्षिण बस्तर डिविजन कमेटी के सचिव मंगड़ू ने एक बयान जारी कर मुठभेड़ को फर्जी बताया है. बयान में दक्षिण बस्तर डिविजन कमेटी के सचिव मंगड़ू ने सुरक्षाबलों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि बुधवार को धान कुटाई करना गए ग्रामीण बुधु को सुरक्षाबलों ने पकड़ लिया और अगले दिन गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. सचिव मंगड़ू ने सुरक्षाबलों पर चार और लोगों को पकड़ने का भी आरोप लगाया है.
धान कुटाई के लिए गया था बुधु
बयान के मुताबिक जिनेतोंग का रहने वाला वंजाम बुधु बुधवार को धान कुटाई के लिए एतकल गया था. जहां से सुरक्षाबलों ने उसे पकड़ लिया और अगले दिन गुरुवार को सुबह 4.30 बजे मुरलीगुड़ा कैंप के पास गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद पुलिस ने जंगल में एनकाउंटर में मार गिराने की कहानी बनाकर बुधु के पास से हथियार बरामद होने की बात कही है.
कवासी लखमा पर झूठ बोलकर वोट लेने का आरोप
नक्सलियों ने लिखा है कि पुलिस गुरुवार को गोमपाड़ के रहने वाला मड़कम देवा की मां के अंतिम संस्कार में जुटे मड़कम सुक्का, वंजाम गंगा, माड़वी मासा और किंद्ररेलपाड़ निवासी दिरदो मुड़ा को भी पकड़कर मुरलीगुड़ा कैंप ले गई है और उन पर नेटवर्क में शामिल होने का दबाव बना रही है. नक्सलियों ने उद्योग मंत्री कवासी लखमा पर भी विधानसभा चुनाव के दौरान झूठे वादे करने, जल-जंगल और जमीन उद्योगपतियों को बेचने का आरोप लगाया है.