सुकमा : सीएम बनने के बाद भूपेश बघेल के प्रथम आगमन पर का जिले के पोलमपल्ली गांव में शुक्रवार को जोशीला स्वागत किया गया. सीएम ने नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों से मुलाकात की. वहीं नक्सल पीड़ित और आत्मसमर्पित नक्सलियों से मिलकर उनका हाल भी जाना.
दरअसल सीएम दो दिनी बस्तर दौरे पर हैं. दौरे के दूसरे दिन उन्होंने पोलमपल्ली में नवनिर्मित 5 बिस्तर प्रसूति केंद्र का उद्घाटन किया. इसके बाद सीएम का काफिला सीधे सभा स्थल के लिए रवाना हुआ, जहां उन्होंने जनसैलाब को संबोधित किया.
पेयजल के लिए कार्य योजना तैयार
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, 'कवासी लखमा की मांग पर गादीरास, तोंगपाल और जगरगुंडा को उपतहसील का दर्जा दिया जाएगा. वहीं जिले के हर गांव में पेयजल के पर्याप्त इंतेजाम के लिए कार्य योजना तैयार किए जा रहे हैं. इसके आलावा स्थानीय स्तर पर भी ग्रामीणों को रोजगार मिल सके, इसके लिए व्यवस्था की जा रही है'.
छत्तीसगढ़ में रोजगार के आासार
बघेल ने कहा कि, 'पढ़े लिखे युवाओं को अब नौकरी की तलाश के लिए बाहर नहीं भटकना पड़ेगा बल्कि योग्यतानुसार रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा. वनोपज के दरों में भी वृद्धि की जाएगी'. उन्होंने कहा कि, 'छतीसगढ़ और सुकमा के हित में जो हो होगा, उसके लिए हम दृणसंकल्पित हैं'.
पोलावरम बांध पर सरकार गंभीर
नक्सल मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि, 'हथियार छोड़कर आयें तो नक्सलियों से बात करने के लिए सरकार तैयार हैं. इसके अलावा नक्सल मामलों में फर्जी प्रकरण के तहत जेलों में बंद आदिवासियों को रिहा कराने के लिए भी एक समिति का गठन किया गया है. सभी पहलुओं पर जांच के बाद उन्हें रिहा किया जाएगा'. पोलावरम बांध के सवाल पर सीएम ने कहा कि, 'सरकार इस मुद्दे पर गंभीर है. सुकमा के हित में जो होगा, उस पर विचार किया जाएगा'. इस दौरान सीएम के साथ मंत्री टीएस सिंहदेव, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और प्रभारी मंत्री कवासी लखमा भी मौजूद रहे.