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सूरजपुर: यहां 5 दिन पहले मनाई जाती है होली, हजारों सालों से चली आ रही इस परंपरा के पीछे वजह निराली - श्रद्धालू

जिले के महोली गांव में होली के 5 दिन पहले रंग और गुलाल से होली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया. ये परंपरा हजारों सालों से चली आ रही है.

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Published : Mar 18, 2019, 10:46 AM IST

सूरजपुर: जिले के महोली गांव में होली के 5 दिन पहले रंग और गुलाल से होली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया. ये परंपरा हजारों सालों से चली आ रही है. इस गांव में होली के अलावा बाकी त्योहार भी पहले ही मना लेते हैं. इस गांव के लोग सालों से परंपरा का निर्वाहन करते आ रहे हैं.

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जिले के दूर अंचल क्षेत्र चांदनी बिहारपुर के महोली गांव में रविवार को होली से 5 दिन पहले धूमधाम से होली का पर्व मनाया गया. इस अवसर पर विधि विधान से देवला में पूजा अर्चना कर एक दूसरे को रंग गुलाल और अबीर लगाकर होली की शुभकामनाएं दी गई. वहीं गांव के बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे फाग गीतों पर जमकर झूमते नजर आए.


महोली में होली खेलने और देखने के लिए आसपास के गांव के लोग पहुंचते हैं. जिला मुख्यालय से करीब 130 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम होली में रंगों का त्योहार होली पर्व धूमधाम से मनाया गया. गांव में किसी तरह की अनहोनी को टालने के लिए हर साल 5 दिन पहले होली मनाई जाती है.

पूर्वजों ने शुरू की थी परंपरा
5 दिन पहले होली मनाने की परंपरा पूर्वजों द्वारा शुरू की गई थी. ग्रामीण इस रिवाज को अब तक निभा रहे हैं. भारतीय कैलेंडर के अनुसार होली का त्यौहार 21 मार्च को मनाई जाएगी. 5 दिन पहले होली खेलने की परंपरा सूरजपुर से प्रसिद्ध है.

अनहोनी से बचाती है ये परंपरा
ग्रामीणों का कहना है कि गांव को इसी प्रकार की अनहोनी से बचाने के लिए महोली में 5 दिन पहले होली मनाई जाती है. हार 5 दिन पहले मनाने से गांव के इसी परिवार में अनहोनी और किसी तरह की बुरी घटना नहीं होती है. गांव के लोगों को अनहोनी से बचाने के लिए सालों से 5 दिन पहले होली खेली जाती है.

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