राजनांदगांव : जिले में रेत का अवैध उत्खनन जोर शोर से और बेखौफ जारी है. शिकायत के बाद भी इन रेत माफियाओं के खिलाफ खनिज विभाग कार्रवाई करने से कतरा रहा है.जिसकी वजह से रेत माफिया के हौसले बुलंद हैं. बीते 12 जून को रेत माफिया ने शिवनाथ नदी के किनारे कबीरपंथी रीति रिवाज से दफन की गई मोखला निवासी शतरूपा साहू की कब्र रेत के चक्कर में खोद दी. जेसीबी से महिला का शव ट्रक में रेत के साथ भरकर राजनांदगांव ले आये और यहां रॉयल किड्स स्कूल के पीछे इस रेत को डंप कर दिया.
कब्र से शव निकालने पर कार्रवाई की मांग : आसपास के लोगों ने जब रेत में शव देखा तो मामले की सूचना पुलिस को दी.इसके बाद शव में कफन होने के कारण यह कब्र से खोदकर निकाली गई लाश नजर आई. इस मामले में महिला के परिजनों ने रेत माफियाओं के खिलाफ थाने में शिकायत की. लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में मृतक के बेटे महेश्वर साहू ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से मुलाकात की.महेश्वर ने बताया कि 22 मार्च को शतरूपा साहू की मृत्यु हुई थी. जिसे कबीरपंथी रीति रिवाज के तहत जंगलेसर मोखला नदी किनारे दफन किया गया था. लेकिन 12 जून को रेत तस्करों ने कब्र खोद डाली. महेश्वर साहू ने रमन सिंह से मां की कब्र रेत माफिया के खोदे जाने की जानकारी देकर कार्रवाई की मांग की है.