राजनांदगांव : बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ठेकेदार महादेव यादव की मौत को लेकर राजनांदगांव नगर निगम का घेराव किया.इस दौरान पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झूमाझटकी भी हुई.बीजेपी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सैंकड़ों की संख्या में बैरिकेड्स तोड़कर निगम के अंदर घुसे और प्रदर्शन किया. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शासन और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बीजेपी कार्यकर्ता शासन प्रशासन से पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे.
कौन है महादेव यादव ? : आपको बता दें कि बीते 19 जुलाई को सिविल कॉन्ट्रेक्टर महादेव यादव ने जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश की.जहर पीने का कारण कर्ज में डूबा होना बताया गया.इस दौरान 21 जुलाई को महादेव की हालत बिगड़ी और उसे रायपुर अस्पताल में रेफर किया गया.जहां के एम्स में महादेव का इलाज चल रहा था.लेकिन डॉक्टर्स की कोशिश के बाद भी 5 अगस्त को महादेव की मौत हो गई.
बीजेपी ने मौत पर उठाए सवाल, पंचायत विभाग ने दिया जवाब : महादेव की मौत के बाद ये बात सामने आई कि पीएम आवास की किस्त को लेकर उसने आत्मघाती कदम उठाया है.लेकिन छत्तीसगढ़ ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग ने स्पष्ट किया कि महादेव यादव पीएम आवास का हितग्राही नहीं था.ना ही उसने पीएम आवास के लिए आवेदन किया था.ठेकेदार ने अपने निजी कारणों से आत्मघाती कदम उठाया.किस्त ना मिलने की बात महज अफवाह है.बीजेपी ने इस पूरे मामले में जांच की बात कराने की मांग की है.