राजनांदगांव: कृषि कानून को रद्द करने की मांग को लेकर राजनांदगांव में आदिवासी अंचल से आए किसान रेल रोकने के लिए पहुंचे, लेकिन पुलिस प्रशासन की तगड़ी व्यवस्था के चलते वे स्टेशन के भीतर भी नहीं घुस पाए. किसानों की संख्या बेहद कम थी. इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं के समर्थन के बावजूद भी आंदोलन करने वाले किसानों की संख्या महज सौ से डेढ़ सौ के आसपास रही.
कृषि कानून के खिलाफ देशव्यापी रेल रोको आंदोलन में राजनांदगांव जिला किसान संगठन ने अपनी ताकत दिखाने की कोशिश तो की, लेकिन पूरी तरीके से नाकाम रहे. पुलिस प्रशासन ने स्टेशन पर पहले से ही बैरिकेड लगा रखे थे. किसान नेता स्टेशन के अंदर घुसते इसके पहले पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. ऐसे में भीड़ में बचे हुए किसान असहाय हो गए और गिनती के किसानों की संख्या होने के कारण रेल रोको आंदोलन पूरी तरीके से फ्लॉप हो गया.