राजनांदगांव :नव गठित जिले मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी Mohla Manpur Ambagarh Chowki वनांचल के बस्तर सीमावर्ती शिवनी गांव में दुर्लभ वन्य प्राणी पेंगोलिन मिला है. मानपुर उत्तर वन Manpur North Forest area परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम शिवनी स्थित शीतला मंदिर के पास उक्त पेंगोलिन जिसे क्षेत्रीय भाषा में शालखपरी कहा जाता है. ये शाल खपरी रात में गांव के भीतर भटकते हुए ग्रामीणों की नजर में आया. दुर्लभ जीव के पाए जाने पर इलाके में कौतूहल से देखने वालों की भीड़ जमा हो गई. Pangolin found in Shivni village of Mohla Manpur
वनविभाग को सौंपा गया पेंगोलिन : गांव की महिलाओं ने अन्य ग्रामीणों की मदद से उक्त पेंगोलिन यानी शालखपरी को रात लगभग 8 बजे पकड़ा. सुबह वन विभाग को इसकी सूचना दी गई.सूचना पर मानपुर उत्तर वन परिक्षेत्र के वन अफसर और कर्मचारी गांव में पहुंचे.जहां ग्रामीणों ने शालखपरी को वन अमले को सौंप दिया. बहरहाल शालखपरी को मानपुर ब्लॉक मुख्यालय स्थित वन विभाग डिपो में रखा गया है.मौके पर पहुंचे वन अफसर के मुताबिक शालखपरी को जंगल अथवा सुरक्षित स्थान में छोड़ा जाएगा.
मोहला मानपुर के शिवनी गांव में मिला पेंगोलिन, ग्रामीणों ने वनविभाग को सौंपा - Mohla Manpur news
मोहला मानपुर के शिवनी गांव में दुर्लभ प्रजाति का वन्यजीव मिलने के बाद ग्रामीणों में कौतूहल का विषय बना हुआ है. ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और दुर्लभ प्राणी को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई कर रही है.Mohla Manpur news
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बिना पंचनामा किए ही छोड़ने की बात : दूसरी ओर ग्रामीणों ने वन महकमे द्वारा बिना पंचनामा किये यूं ही इस बेशकीमती जंतु पेंगोलिन को अपने कब्जे में ले लेने को लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की है. ग्रामीणों ने मामले में जंतु को पकड़कर ईमानदारी से वन महकमे को सौंपने वाले ग्रामीणों के सम्मान की उम्मीद भी जाहिर की है. बता दें ये दुर्लभ पेंगोलिन यानी शालखपरी तस्करों की दुनिया में भी बेशकीमती जीव माना जाता है. हालांकि ये कीमती जीव ग्रामीणों की सूझबूझ से स्मगलरों के चंगुल में फंसने से बच गया है.Mohla Manpur news