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राजनांदगांवः निशा की मौत को परिजनों ने बताया सोची समझी साजिश, उच्चस्तरीय जांच की मांग - राजनांदगांव

इंदिरा नगर में 27 नवंबर को रानी सागर तालाब में निशा यादव की लाश मिली थी, जिसे पुलिस ने जांच के बाद आत्महत्या बताया है, लेकिन परिजनों ने उसे नकारते हुए हत्या करार दिया है. उन्होंने उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं.

police in rajnandgaon
पुलिस पर लगा गंभीर आरोप

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Published : Dec 14, 2019, 9:17 AM IST

Updated : Dec 14, 2019, 11:20 AM IST

राजनांदगांव: शहर के इंदिरा नगर निवासी निशा यादव की मौत के मामले में अब परिजनों ने मोर्चा खोल दिया है. बसंतपुर पुलिस की कार्रवाई को गलत बताते हुए परिजनों का साफ तौर पर कहना है कि 'निशा ने आत्महत्या नहीं की है, उसकी हत्या हुई है. यह एक सोची-समझी साजिश है, जिसके तहत निशा की हत्या कर उसे तालाब में फेंक दिया गया है'. अब गुस्साए परिजनों ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.

उच्चस्तरीय जांच की मांग
बता दें कि इंदिरा नगर निवासी निशा यादव की लाश 27 नवंबर को रानी सागर तालाब में तैरती हुई मिली थी. इसके बाद बसंतपुर पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम करते हुए मामले को आत्महत्या बताया है. मामले में परिजनों का कहना है कि निशा 24 नवंबर से लापता थी और इसके बाद सीधे 27 तारीख को उसकी लाश रानी सागर में मिली है. वहीं शव को देखकर ही स्पष्ट हो रहा था कि उसे मारकर तालाब में फेंका गया है. शरीर पर गहरे जख्मों के निशान थे बावजूद इसके पुलिस मामले को आत्महत्या करार दे रही है.आत्महत्या की कोई वजह नहींइस मामले में परिजनों का कहना है कि 'निशा के पास आत्महत्या करने के लिए कोई वजह नहीं थी, वह 24 तारीख को घर से खुशी-खुशी निकली थी. इसके बाद 27 तारीख को उसकी लाश मिलने के बाद से परिजन अब तक स्तब्ध हैं'. परिजनों का कहना है कि 'वो किसी भी सूरत में आत्महत्या नहीं कर सकती क्योंकि उसके पास आत्महत्या करने के लिए कोई भी ठोस वजह नहीं थी'. वहीं निशा की लाश को देखकर आसानी से बताया जा सकता था कि उसे मार कर तालाब में फेंक दिया गया है. मामले को लेकर के अब परिजन उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं. ताकि निशा के हत्यारों को सजा मिल सके.
Last Updated : Dec 14, 2019, 11:20 AM IST

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