राजनांदगांव: जिले में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में लगातार कोरोना वायरस से संक्रमित हुए मरीज सामने आ रहे हैं. खासकर ग्रामीण अंचलों से बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. बुधवार को जिले के 8 ब्लॉकों से 88 मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. संक्रमित मरीजों को उपचार के लिए कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है.
राजनांदगांव: ग्रामीण इलाकों में पैर पसारने लगा कोरोना, 8 ब्लॉकों से 88 मरीजों की पहचान
राजनांदगांव में लगातार कोरोना वायरस से संक्रमित हुए मरीज सामने आ रहे हैं. खासकर ग्रामीण अंचलों से बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. बुधवार को जिले के 8 ब्लॉकों से 88 मरीज पॉजिटिव मिले हैं.
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिले में अब तक 13 हजार 342 केस आ चुके हैं. इनमें 11914 मरीजों को इलाज के बाद ठीक किया गया है. वहीं अब राजनांदगांव जिले में एक्टिव केस की संख्या 1,319 है. इसके अलावा संक्रमित मरीजों में 109 मरीजों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग लगातार संक्रमण के दायरे को रोकने के लिए प्रयास कर रहा है, लेकिन अब तक संक्रमण की दर में कमी नहीं आई है. लॉकडाउन में छूट देने के बाद से लगातार तेजी से संक्रमण बढ़ा है.
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फिर 124 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव
कोरोना वायरस की चपेट में अब ग्रामीण इलाके के लोग ज्यादा आ रहे हैं. अलग-अलग ब्लॉकों से लगातार कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. बुधवार को आई रिपोर्ट में 124 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शहर में भी लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.
डोंगरगढ़ में सबसे ज्यादा मरीज
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या डोंगरगढ़ ब्लॉक में सबसे ज्यादा है. डोंगरगढ़ ब्लॉक से 27 पॉजिटिव मरीज मिले हैं. वहीं खैरागढ़ से 13 पॉजिटिव मरीज मिले हैं. आदिवासी इलाके मोहल्ला ब्लॉक से 12 पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. इन तीनों ब्लॉक में लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. आंकड़ों के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में में तकरीबन 88 मरीज संक्रमित मिले हैं.
सिर्फ कोरोना प्रोटोकॉल ही है बचाओ
सीएमएचओ मिथिलेश चौधरी का कहना है कि ग्रामीण इलाके में लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का भी कम पालन हो रहा है. इसके कारण ग्रामीण इलाकों से लगातार मरीज सामने आ रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में संक्रमण बढ़ना 1 तरीके से खतरे की नई घंटी है. इससे लोगों को जागरूकता का परिचय देना होगा. घर से निकलते वक्त मास्क पहनना होगा. इसके साथ ही कहीं भी जाए सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करें, ताकि वायरस से संक्रमित होने से बचा जा सके.