राजनांदगांव/खैरागढ़:बारिश शुरू होने के साथ ही किसान खेती करने के लिए तैयार हैं. खेती के लिए किसानों को ऋण मिल चुका है. लेकिन अब उसी ऋण को निकालने के लिए किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों को ऋण स्वीकृत होने के बाद चेक थमा दिया गया है. अब चेक को क्लीयर कराने के लिए किसानों को भटकना पड़ रहा है. वहीं कुछ ऐसे किसान भी हैं जिन्हें दिनभर लाइन लगाने के बाद भी राशि नहीं मिल पा रही है. वहीं इस दौरान लॉकडाउन के नियमों का भी पालन नहीं किया जा रहा है. साथ ही केंद्र में किसानों के लिए कोई व्यवस्था भी नहीं की गई है.
किसान क्रेडिट कार्ड से मिले चेक को लेकर किसानों को घंटों लाइन में खड़े होना पड़ रहा है. इसके समाधान को लेकर प्रशासन की ओर से कोई सार्थक पहल भी नहीं की जा रही है. बता दें कि समितियों में पंजीकृत किसानों की संख्या 24 हजार के आसपास है. जिसमें लगभग 18 हजार किसान हर साल केसीसी लोन लेते हैं. पिछले साल शासन के कर्ज माफी के वादे ने इस साल संख्या और बढ़ा दी है.