राजनांदगांव: डोंगरगढ़ नगर पालिका के नियमित, अस्थायी, प्लेसमेंट कर्मचारियों और पार्षदों के सामने दिवाली में आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. बीते तीन महीने से नगर पालिका के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है. ऐसे में परिवार का पालन पोषण बड़ी मुश्किल से कर्ज लेकर करने को मजबूर हैं. वहीं दूसरी ओर दिवाली त्योहार भी कर्मचारियों को निराशा पूर्वक मनाना पड़ेगा.
डोंगरगढ़ नगर पालिका कर्मचारियों को 3 महीने से नहीं मिला वेतन कर्मचारियों का कहना है कि दिवाली में कर्मचारियों की परेशानी और बढ़ गई है. इसी के तहत मंगलवार को सभी कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से नगर पालिका भवन में धरना प्रदर्शन किया. इस धरना प्रदर्शन में नेता प्रतिपक्ष अमित छाबड़ा, पार्षद प्रतिनिधि नईम खान, कमलेश धमगाये, सहित बड़ी संख्या में नियमित, अस्थायी कर्मचारी, प्लेसमेंट कर्मचारी और पार्षद उपस्थित थे.
राजनांदगांव: चांदी और तांबे के सिक्के की चोरी, नाबालिग समेत 3 गिरफ्तार, एक फरार
12 नवंबर तक वेतन भुगतान करने का आश्वासन
इधर मुख्य नगर पालिका अधिकारी हेमशंकर देशलहरा नगर पालिका पहुंचे. जहां कर्मचारियों को 12 नवंबर तक वेतन भुगतान का आश्वासन दिया, लेकिन कर्मचारियों का कहना था कि दो दिनों में वे त्योहार की तैयारी कैसे करेंगे. इसलिए उन्हें एडवांस राशि प्रदान की जाए, लेकिन सीएमओ देशलहरा ने फंड में पैसे नहीं होने की बात कही.
VIDEO: डोंगरगढ़ CMO पर टेंडर घोटाले का आरोप, ठेकेदार ने की खुदकुशी की कोशिश
कर्मचारियों को कहीं पानी से दीया न जलाना पड़े
बता दें कि कोरोना महामारी के कारण नगर पालिका को राजस्व की प्राप्ति भी नहीं हुई, जिसके कारण अब नगर पालिका कर्मचारी शासन के भरोसे बैठे हैं. सरकार नगर पालिका कर्मचारियों की समस्या को समझते हुए दिवाली का तोहफा न सही कम से कम वेतन ही दे दे. अब देखना यह है कि नगर पालिका कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखते वेतन दिया जाता है या फिर कर्मचारियों को पानी से ही दिया जलाना पड़ेगा.