राजनांदगांव: कोरोना वायरस संक्रमण से राजनांदगांव जिला पिछले 1 साल से जूझ रहा है. 17 मार्च को राजनांदगांव में कोरोना वायरस का सबसे पहला मामला सामने आया था. शहर के भरका पारा इलाके में 25 साल का युवक संक्रमित पाया गया था. इसके बाद से अबतक जिले में कोरोना वायरस से जंग जारी है. इस जंग में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सेंट्रल लैब की भूमिका अहम है. क्योंकि जिले में अब तक 2 लाख 75 हजार आरटीपीसीआर टेस्ट इसी लैब में किया गया है.
बता दें कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिये शासकीय मेडिकल कॉलेज पेण्ड्री राजनांदगांव में वीआरडीएल (वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैबोरेट्री) लैब ने पूरे समर्पण भाव के साथ काम किया है. उपलब्ध संसाधनों के बीच कोविड-19 के 2 लाख 75 हजार सैम्पल की जांच पूर्ण कर ली है. यह उपलब्धि लैब ने मात्र 9 माह में हासिल की है.
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