पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी रायपुर: पूरे साल में 4 बार ग्रहण लगता है. जिसमें 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण होता है. साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण आज लग रहा है. इस चंद्रग्रहण में सूतक काल नहीं है. सूतक काल नहीं लगने की वजह से यह भारत में दिखाई नहीं देगा. जानिए इस दौरान और क्या क्या होगा ?
सूतक काल में नहीं होती पूजा: सूतक काल के दौरान मंदिरों के पट बंद रखे जाते हैं. हालांकि इस बार सूतक काल नहीं पड़ने से भारत में चंद्रग्रहण नहीं दिखेगा. इसलिए मंदिरों के पट खुले रहेंगे. साल का यह पहला चंद्र ग्रहण, वैशाख पूर्णिमा यानी कि बुद्ध पूर्णिमा पर लगेगा. चंद्र ग्रहण का असर भारत को छोड़कर दूसरे देश यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत अटलांटिक और हिंद महासागर के साथ ही अंटार्कटिका में देखने को मिलेगा. चंद्र ग्रहण की अवधि 4 घंटे 15 मिनट और 24 सेकंड की होगी.
चंद्रग्रहण का समय:साल का पहला चंद्र ग्रहण आज लग रहा है. वैशाख पूर्णिमा यानी कि बुद्ध पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगेगा. आज रात 8:45 से चंद्रग्रहण शुरू होकर रात 1 बजे तक रहेगा. यह चंद्र ग्रहण 4 घंटा 15 मिनट 34 सेकंड का होगा. साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, इसलिए सूतक काल भी नहीं रहेगा. मंदिरों के कपाट भी इस दौरान खुले रहेंगे.
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चंद्रग्रहण काल में दान करना शुभ: इस चंद्र ग्रहण में सूतक नहीं लगने के कारण पूजा-पाठ जैसे सब काम रोज की तरह होंगे. ग्रहण काल में ग्रहों की स्थिति पर इसका प्रभाव पड़ेगा. नदी में स्नान करना, शिवजी पार्वतीजी की पूजा करना, घड़ा, जल और कंबल जैसी चीजों का दान करना शुभ रहेगा. इसके साथ ही छाते और जूता का भी दान किया जा सकता है. तिल, नमक और रुई जैसी चीजों का दान करना शुभ माना गया है.