रायपुर: शुक्रवार को पूरी दुनिया में विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया गया. इस मौके पर ईटीवी भारत ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री से खास चर्चा की. इस चर्चा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने हेल्थ सेक्टर के कई अहम मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी और हमारे सवालों के जवाब दिए.
सवाल: बीजेपी शासनकाल में छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं की क्या स्थिति थी
जवाब: स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि "स्वास्थ्य व्यवस्था में धीरे-धीरे सुधार हो रहा था. उसको हम और आगे ले गए हैं. यह कहना गलत होगा कि पहले कुछ नहीं किया गया. उस दौरान हमारे पास स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की कमी थी. महज10-12 परसेंट स्पेशलिस्ट थे. आज लगभग 3 गुना स्पेशलिस्ट हैं. सौ सवा सौ की जगह अब 475 से ऊपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की भर्ती हुई है. लेकिन हमें अभी और भी स्पेशल लोग चाहिए. बीजेपी ने कुछ नहीं किया. यह बात नहीं है. डॉक्टरों के प्रमोशन बहुत दिनों से रुके थे, उसे पूरा किया गया. उस समय मेडिकल कॉलेज 6 थे. 3 चालू नहीं थे. उसे बढ़ाया गया . कुछ और नए मेडिकल कॉलेज खुलने वाले हैं. जिसका भूमि पूजन मुख्यमंत्री जल्द कर सकते हैं"
सवाल: मानव संसाधन सहित मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की कैसी स्थिति है
जवाब: स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि " स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था मुख्य रूप से दो चीजों पर निर्भर है. एक मानव संसाधन यानी वार्ड ब्वॉय, नर्स से लेकर सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर तक. दूसरा भौतिक संसाधन है. इसमें सब हेल्थ सेंटर से लेकर मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य सेवाओं की तकनीकी चीजें शामिल हैं. कोई राज्य किस प्रकार की इलाज की सुविधा दे सकता है. इसमें हम लोगों ने यह प्रयास किया है. विगत वर्षों में जितने भी सब हेल्थ सेंटर 5300 के करीब थे. उसमें सात आठ सौ नए हेल्थ सेंटर भी शामिल हैं. आने वाले साल को मिलाकर भी उसकी मंजूरी मिल गई है. सारे सब सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर से सुसज्जित होंगे. इसके लिए लगभग 28 लाख की एक बिल्डिंग बनती है. अब जिन जगहों में बिल्डिंग नहीं है. उसे बनाने का काम किया जा रहा है"
सवाल: पहले की तुलना में हेल्थ सेंटर्स का प्रदर्शन कैसा रहा है. इस सेक्टर में क्या कार्य किए जा रहे हैं.
जवाब: हेल्थ सेंटर्स में हर जगह चार तरह के स्टाफ की व्यवस्था की गई है. इस बीच कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की तैनाती हुई है. एएनएम को ट्रेड करके उनको भी वहां रखा गया है. एक आरएनएम और 2 एएनएम है. कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में प्राथमिक तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली सभी प्रकार की दवाइयां और ब्लड टेस्ट फ्री में करवाने की व्यवस्था की गई है. इसमें पहले की तुलना में लगातार सुधार भी आया है.
सवाल: निचले स्थर पर स्वास्थ्य केंद्रों में किस तरह की व्यवस्था की गई है. किस तरह के कर्मचारियों का साथ लिया जा रहा है.