रायपुर: छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी (Unemployment in Chhattisgarh) को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगातार जारी है. वहीं केंद्र के आंकड़े भी समय-समय पर जारी किए जाते रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच यह बात सामने आती है कि छत्तीसगढ़ में बढ़ रही बेरोजगारी (Rising Unemployment in Chhattisgarh) के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है. राज्य सरकार या केंद्र सरकार या फिर कोई और कारण है जिस वजह से प्रदेश में बेरोजगारी (Unemployment ) बढ़ रही है.
बेरोजगारी के लिए एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की ओर से पिछले दिनों बेरोजगारी दिवस मनाया गया था. वहीं बीजेपी की बात की जाए तो बीजेपी ने भी प्रदेश में इस मुद्दे पर प्रदर्शन किया था. इन सबके बीच केंद्र सरकार के आंकड़े और चौंकाने वाले देखे जा रहे हैं. केंद्र सरकार के आंकड़े बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी (Unemployment in Chhattisgarh) की दर बढ़ी है.
बेरोजगारी की दर राष्ट्रीय बेरोजगारी की दर से है आधी
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी (सीएमआई) (Center for Monitoring Indian Economy) की ओर से 16 सितंबर 2021 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी की दर 3.8% है. जबकि राष्ट्रीय बेरोजगारी की दर 7.6% है. छत्तीसगढ़ राज्य की स्थिति देश के कई बड़े और विकसित राज्यों से बेहतर है.
छत्तीसगढ़ में है 19 लाख बेरोजगार
छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी के डरावने आंकड़े हैं. प्रदेश में 19 लाख के करीब बेरोजगार हैं. यह आंकड़े छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा विधानसभा में मार्च 2021 में दिया गया था. विधानसभा में रेणु जोगी (Renu Jogi) ने बेरोजगारी को लेकर सवाल पूछा था. जिसके जवाब में मंत्री उमेश पटेल ने प्रदेश के जिलेवार बेरोजगारी के आंकड़े प्रस्तुत किये थे.
बालोद में सबसे ज्यादा और गौरेला पेंड्रा मरवाही में है सबसे कम बेरोजगार
राज्य सरकार ने बेरोजगारी के जिलेवार दर्ज आंकड़ों में बताया था कि छत्तीसगढ़ में अभी 18 लाख 90 हजार 620 बेरोजगार हैं. छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा बेरोजगार बालोद जिले में है. जबकि सबसे कम गौरेला पेंड्रा मरवाही (Gourela Pendra Marwahi) में है. बालोद जिले में 1 लाख 58 हजार 551 लोग बेरोजगार हैं. वहीं दूसरे नंबर पर दुर्ग है, जहां 1 लाख 41 हजार 604, रायगढ़ में 1 लाख 17 हजार 128 बिलासपुर में 1 लाख 16 हजार 420, राजनंदगांव में 1 लाख 14 हजार 46 जांजगीर में 1 लाख 8 हजार 483 बेरोजगारों के दर्ज आंकड़े हैं.
जिलेवार बेरोजगारों के आंकड़े
रायपुर | 81,936 |
बालोद | 1,58,551 |
दुर्ग | 1,41,604 |
रायगढ़ | 1,17,128 |
बिलासपुर | 1,16,420 |
राजनंदगांव | 1,14,046 |
जांजगीर | 1,08,483 |
बेमेतरा | 81,589 |
मुंगेली | 81,189 |
अंबिकापुर | 84,535 |
धमतरी | 71,739 |
जगदलपुर | 67,223 |
कांकेर | 78,625 |
कोरबा | 73,207 |
सूरजपुर | 73,146 |
जशपुर | 66,863 |
कोंडागांव | 63,645 |
बलौदा बाजार | 62,671 |
बलरामपुर | 47,071 |
महासमुंद | 37,334 |
मनेंद्रगढ़ | 31,278 |
कबीरधाम | 29,748 |
गौरेला पेंड्रा मरवाही | 1,503 |
छत्तीसगढ़ के 50 लाख लोग हैं बेरोजगार: बीजेपी
बीजेपी का आरोप है कि राज्य सरकार की गलत नीतियों (wrong policies of state government) के कारण छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी बढ़ी है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास (Country Spokesperson Gaurishankar Srivas) का कहना है कि आज प्रदेश में लगभग 25 लाख पंजीकृत और 25 लाख अपंजीकृत बेरोजगार मौजूद हैं. इस तरह कुल 50 लाख लोग आज बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे हैं. इसके लिए सीधे तौर पर राज्य की कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है.
बाहरी लोगों को दी जा रही नौकरी: भाजपा