रायपुर : प्रदेश में धान खरीदी को लेकर घमासान मचा हुआ है. केंद्र सरकार ने 2500 रुपए समर्थन मूल्य पर छत्तीसगढ़ का धान खरीदने से असमर्थता जताई है. कांग्रेस केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही है और एक कमेटी का गठन किया है. वहीं भाजपा भूपेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रही है.
धान खरीदी के समर्थन मूल्य को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्विटर के जरिए भूपेश बघेल पर निशाना साधा है.
उन्होंने लिखा है कि-
'कमेटी के कांधों पर अपने वादे कब तक लादोगे,हर मोड़ पर जनता पूछेगी कितनी दूर तलक भागोगे?'
रमन सिंह ने CM भूपेश से सवाल करते हुए आगे लिखा है कि भूपेश बघेल जी 'झूठे वादों और खोखली कमेटियों का क्या निष्कर्ष निकलता है वह तो जनता शराबबंदी के वादे पर भी देख चुकी है, अब किसानों के साथ पुनः यही विश्वासघात स्वीकार्य नहीं है'
रमन सिंह के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्विटर पर लिखा कि-
'कैसे कैसे ये मंजर सामने आने लगे,"नान" वाले "धान" पर सवाल उठाने लगे.
वादा किया है किसानों से, हर हाल में निभायेंगे,"पनामा" नहीं किसानों की "जेब" भरकर दिखायेंगे'
CM भूपेश ने आगे लिखा कि 'किसान भाई ध्यान रखें, भाजपा के भ्रम में न आए. आपका भूपेश 2500 रुपए प्रति क्विंटल ही धान का मूल्य दिलवाएगा'.
भूपेश सरकार ने एक कमेटी के गठन को मंजूरी दी है
बता दें कि विधानसभा में धान खरीदी पर स्थगन प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बयान दिया था कि 'केंद्र की तय एमएसपी यानी 1850 रुपए प्रति क्विंटल की दर से ही धान की खरीदी की जाएगी. 2500 रुपए समर्थन मूल्य पर खरीदी के वादे के अनुरूप सरकार ने एक कमेटी के गठन को मंजूरी दी है, जो तय करेगी कि अंतर की राशि कैसे किसानों को दी जाए'