रायपुर : प्रदेश में हर साल जून-जुलाई में कर्मचारियों के ट्रांसफर का दौर शुरू हो जाता है. कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में लगातार अलग-अलग मंत्री पहुंच रहे हैं. ट्रांसफर के लिए मंत्रियों को सीधे आवेदन भी दिए जा रहे हैं, जिसे लेकर भाजपा कांग्रेस पर लेन-देन का आरोप लगा रही है, जिसके जवाब में कांग्रेस भाजपा की पिछली सरकार को कोस रही है.
आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू मंत्री का आदेश न करें ट्रांसफर के लिए सीधे आवेदन
स्कूल शिक्षा मंत्री ने एक आदेश के जरीए निर्देश दिए हैं कि कर्मचारियों द्वारा उनके पास सीधे ट्रांसफर के लिए आवेदन न किए जाए, लेकिन इस बीच जिन कर्मचारियों ने पूर्व में विभिन्न विभागों के मंत्रियों को ट्रांसफर के लिए आवेदन किया है, उन आवेदनों पर क्या किया जाएगा, इसका उल्लेख नहीं किया गया है.
कांग्रेस सरकार से दहशत में कर्मचारी : बीजेपी
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कांग्रेस सरकार पर लगाया है कि कांग्रेस कार्यालय में ट्रांसफर के आवेदन लिए जा रहे हैं और उन आवेदनों को रद्दी की टोकरी में फेंकने का काम किया जा रहा है. इस सरकार से कर्मचारियों में दहशत की स्थिति है. सरकार मनमर्जी कर रही है. किसी भी कर्मचारी का कहीं भी ट्रांसफर कर दिया जा रहा है. उन्हीं आवेदनों पर विचार किया जा रहा है, जिनमें लेन-देन हो रहे हैं.
कांग्रेस का पलटवार- भाजपा सरकार में शोषित थे शासकीय कर्मचारी
वहीं कांग्रेस ने बीजेपी के सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने शासकीय कर्मचारियों और शिक्षाकर्मियों का शोषण किया. प्रदेश में जो भी ट्रांसफर किए जा रहें हैं, वह नियमानुसार और पारदर्शिता के साथ किए जा रहे हैं . भाजपा सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाने में नाकाम है.