रायपुर: ज्योतिष और वास्तुविद पंडित विनीत शर्मा का कहना है कि "शुक्र प्रधान राशियों की महिलाएं जिनका शुक्र मजबूत हो और साथ ही राहु और सूर्य की स्थिति भी मजबूत हो तो ऐसी महिलाएं अपने पतियों को नियंत्रण में ले पाने में सफल रहती हैं. कुंडली में राहु की स्थिति बहुत मजबूत हो राहु ग्रह दसवें तीसरे या छठे भाव में हो तो ऐसे जातक वाली महिलाएं अपने पति को पूर्ण नियंत्रण में रख पाने में सफल रहती है. इसी तरह सूर्य की स्थिति भी नवम तृतीय अथवा दशम भाव में हो तो ऐसे जातक वाली महिलाएं अपने पति पर पूर्ण प्रभाव की कामना रखती है. कुंडली में शुक्र ग्रह उच्च का हो अथवा स्वग्रही हो या नीच भंग राजयोग हो तो भी ऐसी जातक वाली महिलाएं अपने पति को अपने नियंत्रण में रख पाने में सफल रहती हैं."
मेष और वृश्चिक राशि वाली महिलाएं रखती हैं पूर्ण नियंत्राण:ज्योतिष और वास्तुविद पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "मेष और वृश्चिक राशि वाली महिलाएं भी अपने पति पर पूर्ण नियंत्रण की अभिलाषा रखती है. इन राशि वाली महिलाओं की कुंडली में यदि मंगल प्रधान हो मंगल ग्रह तृतीय छठवां या दशम भाव में हो तो ऐसी महिलाएं अपने पति पर पूर्ण अंकुश लगा पाने में सफल रहती हैं. इसी तरह कुंडली में राहु और केतु की स्थिति क्रमश: दसवें और चतुर्थ भाव में छठवें और बारहवें भाव में तीसरे और नौवें भाव में हो, तो ऐसी महिलाएं अपने पति पर अधिक नियंत्रण या आधिपत्य की कामना रखती हैं. इसी प्रकार अग्नि तत्व प्रधान राशियां जैसे सिंह राशि और धनु राशि की महिलाएं जो अग्नि तत्व से समाहित है. इनके भीतर जन्मजात नैसर्गिक रूप से लीड करने की क्षमता होती है. वह भी अपने पति पर अपना एकाधिकार जमाती हैं."