रायपुर : आगामी खरीफ वर्ष की धान खरीदी और कस्टम मिलिंग की नीति की समीक्षा और सुझाव देने के लिए गठित मंत्री-मंडलीय उपसमिति की बैठक हुई. इसमें धान और मक्का की खरीदी पर चर्चा की गई. साथ ही यह भी कहा गया कि कांग्रेस ने अपना टारगेट बढ़ाते हुए 85 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य रखा है.
मंत्री-मंडलीय उपसमिति की बैठक में बढ़ा टारगेट, अब 85 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य
मंत्रिमंडल उपसमिति की बैठक में 85 लाख मैट्रिक टन धान की खेती का लक्ष्य रखा गया है
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल उपसमिति की बैठक में 85 लाख मैट्रिक टन धान की खेती का लक्ष्य रखा गया है. ये लक्ष्य बढ़ भी सकता है. इस साल धान के उत्पादन को देखते हुए सरकार ने ये उम्मीद जताई है कि धान की खरीदी 2500 रुपए क्विंटल में की जाएगी.
उन्होंने कहा कि इस साल मानसून देर से आया है और धान की खेती और रोपाई देर से हुई है, जिसके कारण सरकार धान की खरीदी 15 नवंबर के बाद से की जाएगी. साथ ही सरकार इसके लिए अच्छी से अच्छी व्यवस्था करेगी और कस्टम मिलिंग के बाद जो धान बचेगा वो लगभग 40 लाख मैक्ट्रिक टन शेष रह जाएगा, जिसे केंद्र सरकार से खरीदी करने का अनुरोध किया जाएगा. यदि परिस्थिति कुछ और होगी, तो उस पर फिर से बैठक करके निर्णय लिया जाएगा.