रायुपर: छत्तीसगढ़ देश के सबसे स्वच्छ राज्य की श्रेणी में पुरस्कृत किया गया है. छत्तीसगढ़ के सबसे ज्यादा 61 निकायों को स्वच्छता पुरस्कार मिला है. स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि सुरक्षा और गरिमा के साथ जीवन बिताने के लिए स्वच्छता जरूरी है. सफाईकर्मियों ने कोरोनाकाल में भी अपनी सेवाएं दी हैं. सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज एक सराहनीय कार्य है. लोगों का मैला ढोना एक शर्मनाक काम है. 2014 से पहले सिर्फ 18 प्रतिशत कचरे का निस्तारण होता था. अब देश में कचरे का निस्तारण 4 गुना बढ़ चुका है. छठ पूजा में लोग गलियों और शहरों की सफाई करते हैं. पर्यावरण संरक्षण भारत की पारंपरिक जीवन शैली का अंग रहा है. भारत की शहरी आबादी 2050 तक 81 करोड़ हो जाएगी. साफ सुथरी छवि होने से देश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.पुरस्कार विजेता देश में स्वच्छता के राजदूत बनें. स्वच्छ भारत अभियान की सबसे बड़ी सफलता देशवासियों की सोच में बदलाव है.
देश का सबसे स्वच्छ राज्य छत्तीसगढ़ स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 का रिजल्ट
- देश का सबसे स्वच्छ राज्य छत्तीसगढ़
- इंदौर लगातार पांचवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहरसफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में इंदौर को पहला स्थान
- देश का दूसरा सबसे स्वच्छ शहर सूरत
- देश का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर विजयवाड़ा
- 1 लाख से कम आबादी में देश का सबसे स्वच्छ शहर वीटा
- 1 लाख से कम आबादी में देश का दूसरा सबसे स्वच्छ शहर लोनावाला
- 1 लाख से कम आबादी में देश का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर सास्वत
- देश का सबसे स्वच्छ कंटोनमेंट अहमदाबाद
- देश का सबसे स्वच्छ गंगा टाउन वाराणसी
1 से 10 लाख की आबादी: अंबिकापुर देश का दूसरा स्वच्छ शहर
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के परिणाम में अम्बिकापुर को 1 से दस लाख की आबादी वाली कैटेगरी में देश में दूसरे सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिला है. ओवरऑल बड़े शहरों की तुलना में अम्बिकापुर का 6 वां स्थान है. छत्तीसगढ़ में अम्बिकापुर और पाटन को ही 5 स्टार रेटिंग मिली है. दिल्ली एनसीआर को 1 से 10 लाख वाले शहरों में पहला स्थान मिला है. वाटर प्लस की रैंकिंग में अम्बिकापुर में सीवरेज सिस्टम नहीं होने के कारण 250 अंक कटे हैं. 6000 अंकों में 5148 नंबर पाकर अम्बिकापुर को दूसरा स्थान मिला है. पहले पायदान में दिल्ली को 5300 अंक मिले हैं.
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नगर निगमों को मिला पुरस्कार
स्वच्छ सर्वेक्षण, गार्बेज फ्री सिटी के लिए रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, अम्बिकापुर महापौर अजय तिर्की, भिलाई चरोदा के महापौर चंद्रकांत मांडले, बिलासपुर महापौर रामशरन यादव, चिरमिरी की महापौर कंचन जयसवाल, रायगढ़ महापौर जानकी अमृत काटजू, कोरबा महापौर राजकिशोर प्रसाद, राजनांदगांव महापौर हेमासुदेश देशमुख, दुर्ग महापौर धीरज बकलीवाल के साथ ही नगर निगम के आयुक्त, नगर पालिका अध्यक्ष, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नोडल अधिकारियों ने पुरस्कार ग्रहण किया.
छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक निकाय पुरस्कृत
छत्तीसगढ़ ने स्वच्छता के क्षेत्र में अपना परचम लहराते हुए देश के स्वच्छ्तम राज्य के अपने दर्जे को बरकरार रखते हुए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. छत्तीसगढ़ को न सिर्फ़ राज्य के रूप में, बल्कि यहां के 67 शहरी निकायों को भी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया है. छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य है जिसके सबसे ज्यादा निकाय पुरस्कृत किए जा रहे हैं. स्वच्छता के मामले में छत्तीसगढ़ साल 2019 एवं 2020 में भी अग्रणी राज्य रहा है.
इस तरह स्वच्छता में छत्तीसगढ़ ने मारी बाजी
स्वच्छता के क्षेत्र में राष्ट्रपति द्वारा दिए जाने वाले 239 पुरस्कारों में से 67 पुरस्कार छत्तीसगढ़ से संबंधित हैं. यह बड़ी उपलब्धि है. इस सफलता के पीछे 10 हजार से अधिक स्वच्छता दीदीयां हैं. गांवों के 7 हजार 500 से अधिक गौठानों में लगभग 5 हजार स्व सहायता समूहों की 70 हजार महिलाएं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से पर्यावरण को बेहतर बनाने में जुटी हुई हैं. नरवा-गरवा-घुरवा-बारी कार्यक्रम से स्वच्छता अभियान को जोड़ा. सिंगल यूज प्लास्टिक बैन पर जोर दिया.
6-R पॉलिसी यानी रीथिंक, रियूज, रिसाइकिल, रिपेयर, रिड्यूस, रिफ्यूज के आधार पर काम किया. इससे नए अपशिष्ट बनने की मात्रा कम होने लगी. बस्तियों में सामुदायिक और सार्वजानिक शौचालय बनाए गए हैं. मानव मल प्रबंधन के लिए फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए. जहां सीवर का पानी ट्रीट होता है.
Swachh Survekshan 2021: सबसे स्वच्छ हमर chhattisgarh, साफ सफाई में राज्य लगातार तीसरी बार अव्वल
लोगों को जागरुक करने के लिए स्वच्छता दीदियों ने डोर-टू-डोर जाकर लोगों को गीला-सूखा कचरा अलग रखने के लिए प्रशिक्षण दिया. नागरिकों की स्वच्छता संबंधी शिकायतों को 24 घंटे के अंदर निपटान के लिए टोल फ्री नम्बर 1100 की व्यवस्था की गई. गूगल से सभी सार्वजानिक एवं सामुदायिक शौचालयों को जोड़ा गया ताकि लोग अपने आस-पास के शौचालय को फोन पर ही सर्च कर सकें. गोधन न्याय योजना से सफाई और आमदनी दोनों बढ़ी.
तीसरी बार छत्तीसगढ़ साफ-सफाई में अव्वल
भारत सरकार के आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय (Ministry of Housing and Urban Affairs) द्वारा हर साल देश के समस्त शहरों एवं राज्यों के मध्य स्वच्छता सर्वेक्षण का आयोजन किया जाता है. इसमें विभिन्न मापदंडों के अंतर्गत शहरी स्वच्छता का आंकलन किया जाता है. मुख्य रूप से घर-घर से कचरा एकत्रीकरण, कचरे का वैज्ञानिक रीति से निपटारा, खुले में शौच मुक्त शहर, कचरा मुक्त शहर आदि का थर्ड पार्टी के माध्यम से आंकलन करते हुए नागरिकों के फीडबैक को भी इसमें शामिल किया जाता है. इसी आधार पर राज्यों एवं शहरों की रैंकिंग जारी कर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राज्यों तथा शहरों को पुरस्कृत किया जाता है.
छत्तीसगढ़ देश का ऐसा एक मात्र प्रदेश है. जहां पर नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी के सिद्धांतों के अनुरूप 9000 से अधिक स्वच्छता दीदियों द्वारा घर-घर से 1600 टन गीला एवं सूखा कचरा इक्टठा किया जाता है. फिर इसका वैज्ञानिक रीति से निपटारा किया जाता है. इसके अलावा भारत सरकार की ओर से छत्तीसगढ़ को देश का प्रथम ओडीएफ प्लस राज्य घोषित किया गया है, जो सूबे के लिए बड़ी उपलब्धि है.