रायपुर: गुरूवार शाम नगर पालिक निगम मुख्यालय व्हाईट हाउस के सभागार में निगम वित्त विभाग के अध्यक्ष समीर अख्तर ने राजधानी के नगर निगम के बजट को लेकर सुझाव देने के लिए बैठक रखी थी. जिसमें सभी पार्षदों से सुझाव मांगे गए हैं.
वित्त विभाग अध्यक्ष ने पार्षदों से 3 दिनों में वार्ड और शहर के विकास को लेकर लिखित सुझाव देने का अनुरोध किया है. साथ ही उन्हें आश्वस्त किया है कि उनके दिए गए सुझावों को निगम के बजट में वित्त विभाग के माध्यम से सम्मिलित किया जाएगा.
नगर निगम के बजट के लिए पार्षदों से मांगे गए सुझाव प्रमोद दुबे ने साझा किए अनुभव
सभापति प्रमोद दुबे ने पार्षदों को सुझाव दिया कि वे सुबह का अपने वार्ड में लोगों के बीच बिताएं. ताकि लोगों से सीधे जुड सकें. सभापति ने सुझाव दिया कि पार्षदों में अपने क्षेत्र के एक्सपर्ट लोग हैं. पार्षदों को ऐसे एक्सपर्ट के पास जाकर उनसे सुझाव मांग कर सहयोग लेने में कभी हिचकिचाना नहीं चाहिए. साथ ही उन्होने बताया कि वे जब महापौर थे तो उन्होने इंजीनियर, कांट्रेक्टर और पार्षद अमर बंसल से सफाई व्यवस्था सहित अन्य कार्यों के लिए सुझाव और सहयोग मांगा था जो उन्होने उन्हें तुरंत दे दिया था.
'तालमेल के साथ हुआ नगर का विकास'
उन्होने कहा कि 5 साल के कार्यकाल में निगम में विपक्ष से सकारात्मक सोच के साथ नगर विकास के लिए तालमेल रहा. उनके कार्यकाल में नगर निगम रायपुर को नेशनल लेवल के 6 पुरस्कार प्राप्त हुए. इसका श्रेय सभी को जाता है. इसमें विपक्ष के सकारात्मक सहयोग का भी योगदान रहा. वित्त विभाग अध्यक्ष और अग्निशमन विभाग अध्यक्ष अजीत कुकरेजा ने कहा कि 'उन्होने आनंद नगर में लाईब्रेरी बनवाने का कार्य किया है. पार्षदों को बजट में वार्ड में कराने का सुझाव अवश्य देना चाहिए. ताकि बजट में शामिल होने पर कार्य हो सके. और लोग आपके ऐसे काम याद रखे'.
पूर्व नेता प्रतिपक्ष सूर्यकांत राठौड ने कहा कि 'पार्षदों को शहर का विकास करना चाहिए. तो उन्हें वार्ड की सोच और भावना से उपर उठकर कार्य करना होगा. उन्होने निगम स्कूलों के बच्चों को सिटी बस यात्रा निःशुल्क करने बजट में प्रावधान रखने के सुझाव दिए हैं'.